बेलगावीः कर्नाटक लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार को राज्य के चार सरकारी अधिकारियों के घरों और परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें 18.2 करोड़ रुपये की असंगत संपत्ति सामने आई। अधिकारियों में मंड्या जिले के पंचायती राज इंजीनियर डिवीजन के ऑफिस सुपरीटेंडेंट ब्यरेश वी.एस., बेलगावी के कृषि विभाग के विजिलेंस सेल के जॉइंट डायरेक्टर राजशेखर एरप्पा बिजापुर, विजयनगर के जिला स्वास्थ्य अधिकारी एल.आर. शंकर नायक और शिवमोग्गा के ग्रामीण जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर रूपला नायक एस. शामिल हैं।
लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि इन अधिकारियों से जुड़ी 21 लोकेशन पर एक साथ तलाशी ली गई। सबसे अधिक संपत्ति राजशेखर एरप्पा बिजापुर की मिली, जिसकी कीमत लगभग 6.07 करोड़ रुपये आंकी गई। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके पास 3 प्लॉट, 3 घर, 19.19 लाख रुपये के आभूषण और 38.8 लाख रुपये की वाहन संपत्ति शामिल है।
लोकायुक्त ने कहा कि यह कार्रवाई असंगत संपत्ति की जांच के तहत की गई है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी। अधिकारियों की संपत्ति और आय के बीच पाए गए अंतर ने इस कार्रवाई की सख्ती को दर्शाया। राज्य सरकार ने कहा कि यह कदम सत्यनिष्ठता और सरकारी धन के सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।