सतना: मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री प्रतिमा बागरी के छोटे भाई को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा और X पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें शहरी विकास और आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी एक पत्रकार से यह कहते हुए सुनी गईं कि आप बेवजह की बातें क्यों करते हैं? उनसे उनके भाई की गिरफ्तारी पर सवाल पूछा गया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) प्रेमलाल कुरवे के अनुसार सूचना के आधार पर जिले की रामपुर बघेलान पुलिस ने सोमवार तड़के मरौहा निवासी पंकज सिंह बघेल के घर के सामने बने टिन शेड में रखी चावल की बोरियों से 46 किलो गांजे के पैकेट बरामद किए। इसकी कीमत 9,22,680 रुपये आंकी गई है। बघेल ने दावा किया कि यह गांजा प्रतिमा बागरी के भाई अनिल बागरी और शैलेन्द्र सिंह ने उसे उपलब्ध कराया था। उसकी जानकारी के आधार पर अनिल बागरी को भी गिरफ्तार कर लिया गया और वह वाहन भी जब्त किया गया, जिससे गांजा पहुंचाया गया था। अभियुक्तों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। दूसरे अभियुक्त की तलाश जारी है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंत्री के जीजा शैलेन्द्र सिंह सेम्मू को भी 3 दिसम्बर को नरेनी पुलिस ने गिरफ्तार किया था और 10.4 किलो गांजा बरामद किया था। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गांजा कौन सप्लाई कर रहा था और इसे कहां भेजा जाना था।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने X पर लिखा कि भाजपा शासन में अपराधी नहीं, बल्कि भाजपा नेताओं के रिश्तेदार गिरफ्तार हो रहे हैं। मंत्री के घर से गांजा तस्करी के लिंक लगातार सामने आ रहे हैं और मध्य प्रदेश के गृहमंत्री मौन हैं? क्या ‘डबल इंजन’ अब ड्रग तस्करी का ट्रांसपोर्ट मॉडल भी बन गया है? मालूम हो कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास गृह विभाग भी है। राज्य कांग्रेस ने एक अलग पोस्ट में गिरफ्तारी का उल्लेख करते हुए कहा कि यह दिखाता है कि मंत्री के रिश्तेदार किस तरह गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हैं। विपक्ष ने कहा कि यह कोई ‘ड्रग नेटवर्क’ नहीं बल्कि भाजपा-सम्बंधित नेटवर्क है, जो मध्यप्रदेश में सक्रिय है।