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क्या है पटना के बापू टावर की विशेषताएं, जिसे देखकर कांग्रेसी नेता शशि थरूर भी कह उठे वाह-वाह!

इस टावर का आकार और इसे बनाने में इस्तेमाल हुई सामग्रियां भी काफी ज्यादा सोची-समझी रणनीति के तहत चुनी गयी है।

By Moumita Bhattacharya

Dec 29, 2025 17:36 IST

हाल ही में नालंदा लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होने पहुंचे सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) पटना के बापू टावर को देखने पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह यहां राजनीति करने नहीं बल्कि म्यूजियम को देखने आए हैं। मिली जानकारी के अनुसार थरूर बापू टावर में करीब 2 घंटों तक रुके थे। पर यह बापू टावर क्या है जिसे देखने पहुंचे शशि थरूर भी इसके मुरीद हो गए?

क्या है बापू टावर?

बापू टावर महात्मा गांधी को समर्पित एक म्यूजियम है। उल्टे शंकु आकार में बने इस म्यूजियम में अलग-अलग गैलरी बनायी गयी हैं जहां महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी घटनाओं को दर्शाया गया है। खास बात यह है कि इस टावर का आकार और इसे बनाने में इस्तेमाल हुई सामग्रियां भी काफी ज्यादा सोची-समझी रणनीति के तहत चुनी गयी है।

क्या है विशेषता?

बापू टावर का उल्टा शंकु आकार ही इसकी सबसे बड़ी खासियत है। इस टावर के बाहरी हिस्सा लगभग 50,000 वर्गफीट का है और इसे 40 टन तांबे की परत से आवरण किया गया है। यह वर्तमान समय में इसे देश में सबसे अनोखा व अलग बनाया है। हालांकि पश्चिमी देशों में तांबे का इस्तेमाल होता रहा है लेकिन भारत में यह अनोखा ही है।

क्या-क्या मिलेंगी यहां?

बापू टावर में अक्सर प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता रहता है जहां विभिन्न राज्यों से आने वाले कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा यहां एक लाइब्रेरी भी है, जहां महात्मा गांधी से जुड़ी कई किताबें मिल जाएंगी। लाइब्रेरी में एक बार में 12 लोगों के बैठने की सुविधा है। टावर के ग्राउंड फ्लोर में रेस्तरां की सुविधा है।

इसके अलावा यहां हस्तशिल्प व खादी की कलाकृतियों की कई दुकानें भी मिल जाएंगी जहां से आप किफायती कीमतों पर सामान खरीद सकते हैं। बापू टावर के ग्राउंड फ्लोर में ही एक थिएटर है जहां महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी फिल्म दिखाई जाती है। खास बात यह है कि 55 सीटों वाली इस थिएटर में 360 डिग्री डिस्प्ले में महात्मा गांधी से जुड़े रोचक किस्सों व कहानियों को प्रस्तुत किया जाता है।

बापू टावर खुलने का समय

यह संग्रहालय पटना के गर्दनीबाग इलाके में मौजूद है। मंगलवार से रविवार तक सुबह 11 से शाम 5 बजे तक बापू टावर संग्रहालय खुला रहता है। सोमवार व अन्य छुट्टियों के दिन संग्रहालय को बंद रखा जाता है।

एंट्री शुल्क

5 से 12 साल - ₹10

12 से अधिक - ₹50

सरकारी व निजी स्कूलों के विद्यार्थियों, दिव्यांगों, 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों, 25 लोगों से अधिक के समूह में आने वाले पर एंट्री निःशुल्क।

माननीय लोक सभा सांसद श्री शशि थरूर ने बिहार यात्रा के दौरान बिहार संग्राहलय एवं बापू टावर का भ्रमण किया।#ShashiTharoor #BiharMuseum #BapuTower #Heritage #BiharTourism #CulturalHeritage #Mustvisit #Bihar #Blissfulbihar #BapuLegacy #Patna #IncredibleIndia #explore #viralreelpic.twitter.com/CRlo7PUVHa
— Bihar Tourism (@TourismBiharGov) December 24, 2025
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