आप कुछ गलत करें तो भी एक संभालने वाला इंसान है। इसी विश्वास से रिश्ते का जन्म होता है। हालांकि जहां प्रेम-मोहब्बत है, वहां गुस्सा-नाराजगी भी होनी ही है। कौन से रिश्ते में अनबन नहीं होती बताइए? लेकिन गुस्से में कुछ बातें कभी भी साथी को नहीं कहनी चाहिए। अगर विवाद न भी हो तब भी कुछ बातें हैं, जो कभी भी साथी को नहीं कहनी चाहिए। इससे सिर्फ भरोसे ही नहीं टूटता, बल्कि रिश्ते में भी दरार पड़ जाती है।
एक-दूसरे की चाहत-जरूरतों के बारे में भी सचेत रहना जरूरी है। लेकिन इसका मतलब कोई आर्थिक सहायता या चीजें खरीदकर देना नहीं है। बहुत से लोग गुस्से में कहते हैं कि 'तुम क्या चाहते हो, मैं क्या करूं?' इससे भरोसे की जगह खत्म हो जाती है। साथी आपसे सपोर्ट चाहता है। वह चाहता है मानसिक समर्थन, स्नेह, प्यार, देखभाल। इसलिए गुस्से में इस तरह की बात कहने से साथी का आप पर से विश्वास उठ जाता है।खत्म हो जाती है। इस तरह की बात साथी के दिल को चोट पहुंचा सकती है। इसलिए ऐसी बात न कहकर समस्या का समाधान करने की कोशिश करें।
आपका साथी किसी समस्या में है। वह शायद आपसे मदद मांग रहा है या मानसिक समर्थन चाह रहा है। लेकिन आपने उस झंझट से दूर रहने को कहकर कह दिया, 'यह तुम्हारी समस्या है, मेरी नहीं'। इस तरह की बात से साथी मानसिक रूप से टूट सकता है। रिश्ता का मतलब एक-दूसरे के साथ खड़े होना होता है। वहां आप साथी के भरोसे का हाथ हैं। वह हाथ छोड़ देने से आपके रिश्ते की नींव भी हिल सकती है।
अनबन होने पर आप बार-बार मामले को टालते हैं। मुंह पर कह देते हैं, 'मैं बात ही नहीं करना चाहता'। इससे झंझट सुलझती नहीं। उल्टे जटिलता और बढ़ जाती है। समस्या जो भी हो, उसका समाधान करना जरूरी है। समाधान आमने-सामने बैठकर बात करके ही करना होगा। आप बात नहीं करना चाहते, वहां और जटिलता पैदा होगी और रिश्ता भी आप दोनों के लिए टॉक्सिक हो जाएगा।
जहां विश्वास नहीं है, वहां रिश्ता भी सुंदर या मजबूत नहीं होता। अगर आप सोचते हैं कि आपका साथी झूठ बोल रहा है, तो रिश्ते में भरोसे की जगह खत्म हो जाती है। इस तरह की बात साथी के दिल को चोट पहुंचा सकती है। इसलिए ऐसी बात न कहकर समस्या का समाधान करने की कोशिश करें।