वाशिंगटनः अमेरिका में कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक राष्ट्रपति की कुर्सी पर नहीं बैठ सकता। यह संविधान के विरुद्ध है। लेकिन वे डोनाल्ड ट्रंप हैं। दूसरा कार्यकाल चल रहा है। अब से ही उन्होंने तीसरी बार राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठने की तैयारी शुरू कर दी है। ट्रंप समर्थकों में से कई ने ऐसा दावा किया है। सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि ट्रंप ने खुद इस दावे को पूरी तरह से खारिज नहीं किया है।
ट्रंप आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कुआलालंपुर गए थे। सोमवार को वहां से जापान के लिए रवाना हुए। रास्ते में एयर फोर्स वन में पत्रकारों ने ट्रंप से पूछा कि क्या उनकी तीसरी बार राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठने की इच्छा है। जवाब में 79 वर्षीय अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'हो सकता है, मैंने सोचा नहीं है। लेकिन मेरी लोकप्रियता अभी चरम पर है।'
हाल ही में अमेरिका में अटकलें फैली हैं कि यदि उनके रनिंग मेट चुनाव के बाद इस्तीफा दे दें तो ट्रंप तीसरे कार्यकाल में राष्ट्रपति बन सकते हैं। हालांकि संविधान विशेषज्ञों ने इस सिद्धांत को खारिज कर दिया है। अमेरिकी संविधान के 22वें संशोधन के अनुसार, एक राष्ट्रपति दो निर्वाचित कार्यकालों में कार्य कर सकते हैं, तीसरे कार्यकाल में नहीं।
लेकिन ट्रंप के करीबी मित्र और पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन की एक टिप्पणी ने आग में घी का काम किया है। द इकोनॉमिस्ट को दिए एक साक्षात्कार में बिना किसी लाग-लपेट के उन्होंने सीधे कह दिया है, '2028 में ट्रंप ही राष्ट्रपति होंगे। इस वास्तविकता के साथ अब से ही सभी को तालमेल बिठा लेना चाहिए।' न केवल यह, बल्कि उन्होंने ट्रंप को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने के लिए संविधान संशोधन का संकेत भी दिया है।
ऐसी अटकलें भी लगायी जा रही थी कि 2028 में वे उपराष्ट्रपति पद के लिए लड़ सकते हैं। ट्रंप ने लेकिन उस दावे को खारिज कर दिया है। उनके शब्दों में, 'उपराष्ट्रपति पद के लिए मैं उम्मीदवार हो सकता हूं। लेकिन नहीं होऊंगा। अमेरिकी इसे पसंद नहीं करेंगे। इसके अलावा यह बहुत चतुर रणनीति होगी। वह अनुचित है।'
ट्रंप ने उपराष्ट्रपति जेडी वैंस और विदेश सचिव मार्को रुबियो की प्रशंसा भी की। वे रिपब्लिकन पार्टी के अगले राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में धीरे-धीरे खुद को स्थापित कर रहे हैं वे। कूटनीतिक विशेषज्ञों के एक हिस्से का मत है इस स्थिति में ट्रंप की यह टिप्पणी पार्टी में अनिश्चितता का माहौल बनाएगी।