दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भूटान पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान के चौथे राजा के 70वें जन्मोत्सव और वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव में शामिल होने आज भूटान पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि दिल्ली विस्फोट पर कहा कि दोषियों को सज़ा मिलेगी।

By डॉ. अभिज्ञात

Nov 11, 2025 14:27 IST

थिम्फू: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भूटान पहुंचे, जहां उनका भूटान के प्रधानमंत्री त्शेरिंग टोबगे ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया। यह यात्रा भारत-भूटान के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को और सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव समेत दो आयोजनः मोदी की यह यात्रा भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मोत्सव और वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव जैसे दो प्रमुख आयोजनों के साथ मेल खा रही है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर को भारत और भूटान की गहरी मित्रता और साझा आध्यात्मिक विरासत का उत्सव बताया।

चौथे राजा के जन्मदिन समारोह में शामिल होन सम्मानजनकः नई दिल्ली से रवाना होने से पहले मोदी ने एक बयान में कहा था कि वे चौथे राजा के 70वें जन्मदिन समारोह में शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। भूटान में आयोजित वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव के दौरान भारत से भगवान बुद्ध के पिपरहवा अवशेषों का प्रदर्शन दोनों देशों के बीच गहरे सभ्यतागत और आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक है। उनकी यह यात्रा भारत-भूटान ऊर्जा साझेदारी में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगी क्योंकि इसके तहत पुनात्सांगछू-द्वितीय जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन किया जाएगा।

वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श की संभावनाः मोदी ने कहा कि हमारी साझेदारी ‘पड़ोसी प्रथम नीति’ का एक प्रमुख स्तंभ है और पड़ोसी देशों के बीच आदर्श संबंधों का उदाहरण है। वे भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक, चौथे राजा जिग्मे सिंगे वांगचुक और प्रधानमंत्री त्शेरिंग टोबगे से मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और सशक्त करने तथा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श की संभावना है। भूटान में चल रहा वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव एक अभूतपूर्व आयोजन है, जिसमें विश्व शांति और मानवता की भलाई के लिए प्रार्थनाएं की जा रही हैं। मोदी भी इस आयोजन में भूटानी नेतृत्व के साथ भाग लेंगे।

दोनों देशों के बीच सहयोगः मालूम हो कि भारत और भूटान के बीच ऊर्जा, शिक्षा, बुनियादी ढांचे और जनसंपर्क के क्षेत्र में लंबे समय से सहयोग जारी है। भूटान की अधिकांश जलविद्युत परियोजनाओं में भारत की भागीदारी रही है, जो न केवल भूटान की आर्थिक प्रगति बल्कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा में भी योगदान देती हैं।

दिल्ली विस्फोट के दोषियों को सज़ा मिलेगीः भूटान में अपने पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में सोमवार शाम हुए भीषण कार विस्फोट पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे बहुत भारी मन से भूटान पहुंचे हैं क्योंकि यह घटना पूरे देश को झकझोर देने वाली है। मोदी ने कहा कि मैं पूरी रात जांच एजेंसियों के संपर्क में रहा और उन्हें साजिश की तह तक जाने के निर्देश दिए हैं। दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।

Prev Article
माली में फिर 5 भारतीयों का अपहरण, अल-कायदा या ISIS का हाथ ?
Next Article
पाकिस्तान की न्यायव्यवस्था में 'गंभीर संकट', सुप्रीम कोर्ट के 2 न्यायाधीशों ने इस्तीफा दिया।

Articles you may like: