माचू पिच्चूः माचू पिच्चू घूमने गए लगभग 900 पर्यटक फंस गए हैं। स्थानीय बस ऑपरेटर आंदोलन कर रहे हैं। उनके विरोध के कारण ट्रेन सेवा भी बंद हो गई है। और इसी वजह से पर्यटक परेशानी में पड़ गए हैं।
पर्यटकों को आगुआस कैलिएंतेस शहर से सीधे माचू पिच्चू के प्रवेश द्वार तक ले जाने वाली बस ऑपरेटर कंपनी कोंसेतुर है। हाल ही में उन्हें हटा दिया गया है। उसके बाद से ही विरोध शुरू हो गया है।
सीएनएन ट्रैवल की रिपोर्ट के अनुसार, आंदोलनकारियों ने कई जगहों पर रेल लाइन उखाड़ दी है। लगातार पत्थरबाजी चल रही है। विरोध प्रदर्शन के दौरान 14 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इसके बाद ही पेरूरेल द्वारा 15 सितंबर से कुस्को के पहाड़ी क्षेत्र में ट्रेन परिचालन स्थगित कर दिया गया है।
लीमा स्थित अमेरिकी दूतावास की ओर से एक बयान में कहा गया है, '16 सितंबर को पेरूरेल ने घोषणा की है कि ओलांतायतांबो-माचूपिचू-ओलांतायतांबो मार्ग पर कोई ट्रेन नहीं चलेगी। गाइड या टूर ऑपरेटरों के साथ चर्चा करके घूमने की योजना बनाएं।'
कोंसेतुर के साथ पेरू सरकार का 30 साल का अनुबंध था। वह अनुबंध हाल ही में समाप्त हो गया है। अब इस मार्ग पर बस चलाने के लिए कई कंपनियां इच्छुक हैं। लेकिन आंदोलनकारी इसके लिए तैयार नहीं हैं। यहीं से समस्या की शुरुआत हुई है।
पेरू के पर्यटन मंत्री देसिलु लियोन ने बताया है कि 15 सितंबर को लगभग 1,400 पर्यटकों को बचाया गया है। हालांकि, आगुआस कैलिएंतेस में अभी भी लगभग 900 लोग फंसे हुए हैं। आंदोलन के कारण बचाव कार्य बाधित हो रहा है।
एंडीज पर्वत की गोद में इंका लोगों द्वारा बनाया गया शहर माचू पिच्चू दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक है। यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया है। हर साल लगभग 10 लाख पर्यटक यहां आते हैं। माचू पिच्चू की अर्थव्यवस्था भी पर्यटन पर निर्भर है। न्यू सेवन वंडर्स संस्था ने पेरू सरकार को पत्र लिखकर सावधान किया है कि इस तरह से आंदोलन चलता रहा तो माचू पिच्चू के 'आश्चर्य' की प्रतिष्ठा पर सवाल उठ सकता है।