पाकिस्तानी सेना के काफिले पर BLA का हमला, दावा - 9 पाक सैनिकों की गयी जान

भारत के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के तर्ज पर अब बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया है।

By Moumita Bhattacharya

Nov 01, 2025 10:38 IST

फिर से अशांत हुआ पाकिस्तान! जफ़र एक्सप्रेस 'हाईजैक' के बाद अब बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक कदम आगे बढ़ते हुए फिर से बड़ा कदम उठाया है। भारत के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के तर्ज पर अब BLA ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया है। मिली जानकारी के अनुसार यह हमला शनिवार की अहले सुबह की गयी है। बताया जाता है कि इस हमले में एलिट स्पेशल सर्विस ग्रुप के दो कमांडो समेत कुल 9 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गयी है। हालांकि अभी तक इस बारे में इस्लामाबाद की तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया है।

क्या है पूरी घटना?

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कालातार के हाईवे से होकर पाकिस्तानी सेना का एक काफिला जा रहा था। इसे लक्ष्य बनाकर BLA ने रॉकेट-प्रपेल्ड ग्रेनेड से हमला करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही लगातार गोलीबारी भी की जा रही थी। अचानक हुए इस हमले में पाकिस्तानी सेना घबरा गयी। कुछ देर बाद उन्होंने भी जवाबी मुकाबला करना शुरू कर दिया। बताया जाता है कि करीब 50 मिनट तक दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई। दावा किया जा रहा है कि मौके पर ही 9 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गयी है।

बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली जिम्मेदारी

हमले के थोड़ी देर के अंदर ही बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने इसकी जिम्मेदारी ले ली। दावा किया जा रहा है कि इस हमले में पाकिस्तानी सेना के दो वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। हालांकि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में BLA के किसी सदस्य को कोई नुकसान हुआ है या नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। बताया जाता है कि हमले के बाद इलाके में पाकिस्तानी सेना की ओर से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

गौरतलब है कि गत मार्च में ही यात्री ट्रेन जफ़र एक्सप्रेस को बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हाईजैक कर लिया था। बताया जाता है कि उस समय ट्रेन में करीब 400 यात्री सवार थे। दावा किया जाता है कि बलोच विद्रोहियों ने इनमें से लगभग 241 यात्रियों को मौत के घाट उतार दिया था। हालांकि पाकिस्तान ने इन दावों को मानने से इनकार कर दिया था। पाकिस्तान का दावा था कि सभी अपहृतों को छुड़वा लिया गया था।

बता दें, बलुचिस्तान क्षेत्र तेल व खनीज संपदा का भंडार माना जाता है। लेकिन स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पिछले लंबे समय से इस क्षेत्र में कोई विकास नहीं हुआ है। पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाते हुए बलुचिस्तान विद्रोहियों ने आखिरकार हथियार उठा लिया। ये पाकिस्तान से अलग होकर वे स्वतंत्र बलुचिस्तान बनाना चाहते हैं। पिछले कुछ सालों से इनका हिंसात्मक विद्रोह काफी तेज हो गया है। ये लगातार पाकिस्तानी सेना और सरकारी संस्थानों को अपना निशाना बना रहे हैं।

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