लंदनः कुख्यात यौन अपराधी जेफ्री एप्स्टाइन के साथ दोस्ती को लेकर राजकुमार एंड्रू का नाम पूरे ब्रिटेन में सुर्खियों में है। एप्स्टाइन के साथ उनकी 'दोस्ती' उजागर होते ही किंग चार्ल्स ने उनके सभी शाही खिताब छीन लिए हैं। इतना ही नहीं, राजकुमार एंड्रू को ब्रिटेन का राजमहल भी छोड़ना पड़ रहा है। बकिंघम पैलेस की ओर से जारी बयान में यही जानकारी दी गई है।
राजकुमार एंड्रू रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के तीसरे बेटे हैं और हमेशा से विवादों में रहे हैं। अब उनकी उम्र 65 साल है। कथित तौर पर उनकी एप्स्टाइन के साथ लंबे समय से दोस्ती थी। यह बात सार्वजनिक रूप से करीब छह साल पहले सामने आई थी, जब वर्जीनिया जिओफ्रे नामक महिला ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। इसके अलावा, नाबालिगों के साथ जबरदस्ती यौन संबंध बनाने के आरोप भी लगे।
एप्स्टाइन और यौन कांड के दबाव में आने के बावजूद एंड्रू ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों से इनकार किया। लेकिन इससे उनके खिलाफ चल रही जांच पर कोई असर नहीं पड़ा। जांच की मांग लगातार बढ़ती रही और इसी के चलते ब्रिटेन के शाही परिवार ने मामले की समीक्षा की। यह स्पष्ट नहीं है कि वे दोषी साबित हुए हैं या नहीं, लेकिन उनके सभी खिताब और सम्मान छीनने का कदम विशेषज्ञों के अनुसार उसी दिशा में इशारा करता है।
फिलहाल राजकुमार एंड्रू अपनी पूर्व पत्नी सारा फर्ग्यूसन के साथ विंडसर कैसल में रहते हैं, जिसे उन्हें अब छोड़ना होगा। कहा जा रहा है कि वे सैंडिंघम एस्टेट में चले जाएंगे। इसके साथ ही उन्हें अब 'राजकुमार' का पद भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे और उनका नया नाम एंड्रू माउंटबैटन विंडसर होगा।