लंदन में महात्मा गांधी की मूर्ति क्षतिग्रस्त की गयी, भारतीय उच्चायोग ने विरोध जताया

भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के दो दिन पूर्व उनकी मूर्ति को तोड़ने की घटना को भारतीय उच्चायोग ने बेहद शर्मनाक और अहिंसा की परंपरा पर हमला करार दिया है। मूर्ति के आधार पर भारत विरोधी संदेश भी लिखा गया है।

By शमीक घोष, Posed by डॉ.अभिज्ञात

Sep 30, 2025 14:12 IST

लंदनः लंदन के टैविस्टक स्क्वायर में स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति को सोमवार को तोड़ दिया गया। मूर्ति के आधार पर भारत विरोधी संदेश लिखा गया है। मंच पर भड़काऊ टिप्पणियां भी लिखी गई हैं। इस घटना के प्रति भारतीय उच्चायोग ने कड़ा विरोध जताया है। दो दिन बाद ही राष्ट्रपिता की जयंती है। भारत सहित पूरे विश्व में यह दिन मनाया जाएगा। उससे पहले यह शर्मनाक घटना हुई।

लंदन में भारतीय उच्चायोग ने बताया कि यह घटना बेहद शर्मनाक है और अहिंसा की परंपरा पर हमला है। उच्चायोग ने यह भी बताया कि लंदन के स्थानीय प्रशासन को गांधी की मूर्ति तोड़े जाने की सूचना दी गई है। साथ ही टूटी हुई मूर्ति की मरम्मत की पहल की गई है। सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा गया है कि लंदन के टैविस्टक स्क्वायर में महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़फोड़ की घटना से भारतीय उच्चायोग अत्यंत दुखी है। भारत इस घटना की कड़ी निंदा करता है।

भारतीय दूतावास की ओर से यह भी बताया गया है कि यह केवल मूर्ति तोड़ने की घटना नहीं है। अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस से पहले महात्मा गांधी की विरासत पर सुनियोजित हमला है।

उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र ने गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित किया है और हर साल 2 अक्टूबर को लंदन में इस स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की जाती है और विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।

इंडिया लीग के सहयोग से बनाई गई यह कांस्य मूर्ति 1968 में अनावरण की गई थी। गांधीजी ने लंदन में कानून की पढ़ाई की थी। मंच पर शिलालेख में लिखा है, 'महात्मा गांधी, 1869-1948'। भारतीय दूतावास इस घटना को भारतीयों की भावनाओं और अहिंसा की छवि पर हमला मान रहा है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस और स्थानीय कैमडेन काउंसिल के अधिकारियों ने बताया है कि वे घटना की जांच कर रहे हैं।

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