वाशिंगटनः पश्चिम एशिया में शांति वापस लाने के लिए 13 अक्टूबर सोमवार को मिस्र के शर्म अल शेख शहर में गाजा शांति सम्मेलन होने जा रहा है। अमेरिका और मिस्र की पहल पर वहां दुनिया के लगभग 20 देशों के नेता इकट्ठा होंगे। सूत्रों के हवाले से ऐसी रिपोर्ट द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित हुई है।
उस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने शनिवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निमंत्रण दिया है। हालांकि मोदी सोमवार को उस सम्मेलन में भाग लेंगे या नहीं, इस विषय में प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।
गाजा पट्टी में युद्ध बंद कर पश्चिम एशिया में शांति स्थापना के लक्ष्य से शर्म अल शेख शहर के रेड सी रिसॉर्ट में सोमवार दोपहर गाजा शांति सम्मेलन आयोजित होगा। मिस्र और अमेरिका के राष्ट्रपति संयुक्त रूप से उस बैठक का नेतृत्व करेंगे। पश्चिम एशिया के कई देशों के नेता और कूटनीतिकों के अलावा वहां फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन जैसे यूरोपीय देशों के राष्ट्र भी उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में भाग लेने जाते समय ही सड़क दुर्घटना में कतर के तीन कूटनीतिज्ञों की मृत्यु हो गई है।
इस सम्मेलन के बारे में मिस्र के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा है कि गाजा पट्टी में युद्ध बंद करने के लक्ष्य से इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसके साथ ही इस क्षेत्र में शांति स्थापना और स्थिरता बनाए रखने की पहल की जा रही है।
इस बैठक में मोदी की भागीदारी के बारे में अभी तक सहमति नहीं आई है। लेकिन मोदी यदि इस सम्मेलन में भाग लेते हैं तो भारत के कूटनीतिक क्षेत्र में यह बड़ी संभावना का दरवाजा खोल देगा। भारत फिलिस्तीन मुद्दे पर अपनी स्थिति फिर से दुनिया के मंच पर रख सकेगा। इसके साथ ही इस सम्मेलन में जाने पर मोदी की ट्रम्प से मुलाकात होगी। भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने के बाद भारत और अमेरिका के संबंधों में गिरावट आई है।