वाशिंगटनः इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पूरे गाजा पर कब्जा करने की चेतावनी दी थी। साथ ही नेतन्याहू ने यह भी धमकी दी थी कि फिलिस्तीन नाम का कोई देश नहीं रहेगा। इजरायल ने हमास को नष्ट करने के लिए गाजा पर हमले को और तेज करने की बात भी कही और वहां के वेस्ट बैंक पर कब्जा करने की योजना भी बनाई है। लेकिन उनकी इस योजना पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पानी फेर दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इजरायल को वेस्ट बैंक पर कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह बात स्पष्ट की।
ट्रम्प ने साथ ही गाजा में युद्ध और हमले बंद करने का संदेश भी दिया है। गुरुवार को ओवल हाउस में एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर करते समय पत्रकारों से अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह बात कही। उन्होंने कहा, 'काफी हो गया। अब रुकने का समय आ गया है।' नाम लिए बिना ही इजरायल को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।
उल्लेखनीय है कि बेंजामिन नेतन्याहू के साथ ट्रम्प के घनिष्ठ संबंधों की बात जगजाहिर है। लेकिन जिस तरह से इजरायल ने गाजा के और इलाके पर कब्जा करने की धमकी दी है, उसे अरब देशों ने अच्छी नजर से नहीं देखा है। अरब देशों ने वहां के और इलाके पर कब्जा करने को लेकर इजरायली सेना के काम और गतिविधियों पर चिंता जताई है। इस बारे में भी ट्रम्प पर दबाव बना है।
मालूम हो कि गाजा की तरह वेस्ट बैंक क्षेत्र का भी शासन फिलिस्तीन करता है। हाल ही में ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा सहित कम से कम 10 देशों ने फिलिस्तीन को राज्य के रूप में मान्यता दी है। इन देशों को उम्मीद है कि यह कदम उठाने से उस क्षेत्र में शांति लौटेगी।
ट्रम्प को उम्मीद है कि गाजा में शांति लौट आएगी और जल्द ही इस बारे में समझौता होगा। उनका दावा है कि वे इस समझौते के बहुत करीब पहुंच गए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, 'मैंने आज ही नेतन्याहू से बात की थी। उस क्षेत्र के कुछ अन्य देशों के नेताओं से भी मेरी बात हुई है।' ट्रम्प का दावा है कि नेतन्याहू भी जल्द से जल्द युद्ध समाप्त करना चाहते हैं। शांति और युद्धविराम के लिए समझौते के बहुत करीब पहुंच गए हैं।