ढाका: भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री पर बांग्लादेश के विदेश सलाहकार तौहीद हुसैन ने आपत्ति जतायी है। मिस्री ने सोमवार को बांग्लादेश के पत्रकारों से कहा, ' भारत बांग्लादेश में निष्पक्ष और सहभागी चुनाव चाहता है। जो भी सरकार चुनी जाएगी, उसके साथ दिल्ली काम करेगी।'
बुधवार को तौहीद ने कहा, 'चुनाव बांग्लादेश का आंतरिक मामला है। चुनाव में कौन सी पार्टी हिस्सा लेगी, यह फैसला भी इस देश की जनता लेगी। मिस्री का ऐसा बयान अनुचित है।'
संयोग से इस दिन ढाका में बीएनपी नेताओं के साथ बैठक में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे चाहते हैं कि बांग्लादेश का आगामी राष्ट्रीय चुनाव निष्पक्ष, पारदर्शी और सहभागी हो। खालिदा जिया के गुलशन कार्यालय में इस बैठक के बाद बीएनपी नेता आमिर खसरू महमूद चौधरी ने कहा, 'यूरोपीय संघ चाहता है कि आगामी चुनाव निष्पक्ष, पारदर्शी और सहभागी हो।'
सोमवार को बांग्लादेश के दौरे पर आए पत्रकारों के साथ भारत के विदेश सचिव मिस्री, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल और अन्य अधिकारियों ने खुली चर्चा की। मिस्री ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'बांग्लादेश में आगामी चुनाव को लेकर घोषणा और बयान हम सभी ने देखे हैं। मैं जो समझा हूं वह यह है कि फरवरी तक एक समय सीमा का संकेत दिया गया है। हम इससे उत्साहित हैं और प्रतीक्षा में हैं कि निर्धारित समय में चुनाव होगा और जनता के जनादेश के साथ एक सरकार चुनी जाएगी।'
विदेश सचिव ने कहा, क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बांग्लादेश में एक निर्वाचित सरकार का गठन बहुत जरूरी है। ढाका उनकी इस से नाराज है। बांग्लादेश मान रहा है कि इस तरह भारत बांग्लादेश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है।