अमेरिका का दावा - पाकिस्तान के साथ बढ़ती 'दोस्ती' का भारत-अमेरिका के रिश्तों पर कोई असर नहीं

'हम पाकिस्तान के साथ काम करना चाहते हैं। हमें पता है यह चुनौतिपूर्ण होगा।'

By कौशिक भट्टाचार्य, Posted By : मौमिता भट्टाचार्य

Oct 26, 2025 22:28 IST

पाकिस्तान के साथ अमेरिका की दोस्ती बढ़ रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का दावा है कि भारत पर दबाव बनाए रखने के लिए ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ऐसा कर रहे हैं। लेकिन भारत के साथ अपनी 'दोस्ती' को खराब करने के लिए भी वह राजी नहीं है। रविवार को कुछ ऐसा ही दावा किया है अमेरिकी विदेश सचिव (US Secretary of State) मार्को रुबियो ने। हालांकि उन्होंने अपने बयान में अमेरिका-पाकिस्तान रिश्तों को और आगे बढ़ाने की बात भी कही है।

रुबियो ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ संयुक्त रूप से काम करना चाहता है। साथ ही उन्होंने कहा, 'हम पाकिस्तान के साथ काम करना चाहते हैं। हमें पता है यह चुनौतिपूर्ण होगा। लेकिन किन-किन क्षेत्रों में हम संयुक्त रूप से काम कर सकते हैं, इस बारे में बातचीत भी चल रही है।' पाकिस्तान-अमेरिका की बढ़ती 'दोस्ती' नई दिल्ली की नजरों से छिपा नहीं है। इस बात को लेकर भारत चिंतित है, यह बात भी स्पष्ट है। मार्को रुबियो भी इस बात से अवगत हैं।

उन्होंने कहा, 'भारत की चिंता स्वाभाविक है। पाकिस्तान के साथ उनका लंबा विवाद है। लेकिन अमेरिका को कई देशों के साथ अपने रिश्ते बनाए रखने पड़ते हैं। यह भारत भी समझता है।' भारत-रुस रिश्तों का उदाहरण देते हुए रुबियो ने कहा, 'भारत का भी ऐसे कई देशों के साथ संबंध है जिनसे अमेरिका की दूरी है। यहीं स्वाभाविक और परिपक्व कूटनीति का उदाहरण है। इसकी वजह से भारत-अमेरिका के रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।'

गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद से ही अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ दोस्ती बढ़ाना शुरू कर दिया था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेनाध्यक्ष असीम मुनीर के साथ व्हाईट हाउस में बैठक भी की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने उनकी तारीफों के पुल बांधने में भी कोई कमी नहीं छोड़ी थी। रविवार को कुआलालामपुर में आसियान समिट में भी ट्रंप ने मुनीर और शहबाज शरिफ को 'महान नेता, असाधारण इंसान' करार दिया।

बताया जाता है कि हाल ही में पाकिस्तान के साथ अमेरिका ने समझौते भी किए हैं। इस समझौते के अनुसार दोनों देश एक साथ पाकिस्तान के तेल के भंडार को ढूंढेगा और उनका परिशोधन का काम भी करेगा। अमेरिका ने इस समझौते में करीब 500 मिलियन डॉलर का निवेश करने की बात कही है। ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान युद्धविराम के दावे का पाकिस्तान ने समर्थन भी किया है। हालांकि नई दिल्ली ने इन दावों को मानने से इनकार किया है लेकिन लाखों लोगों की जान बचाने के लिए डोनल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग पाकिस्तान ने कर डाली है।

Prev Article
चीन से बात करेंगे, भारत पूरी तरह से कटौती कर रहा... रूस से तेल खरीद पर ट्रंप का बड़ा दावा
Next Article
पाकिस्तान की न्यायव्यवस्था में 'गंभीर संकट', सुप्रीम कोर्ट के 2 न्यायाधीशों ने इस्तीफा दिया।

Articles you may like: