एई समय: एक तरफ़ पूजा मंडप में घुसने के लिए लंबी कतारें,दूसरी तरफ़ ट्रैफ़िक नियमों की थोड़ी भी अनदेखी करनेपरट्राफिक पुलिस को देना होगा जुर्माना। मेट्रो के टाइम टेबल का कुछ अता-पता नहीं है, लोकल ट्रेनों में जबर्दस्त भीड़ है। कोलकाता की बसों पर भी लोगों को अब भरोसा नहीं रह गया है। ऐसे में पूजा कैसे घुमेंगे!
मौसम विभाग ने पूजा के दौरान पहले ही बारिश की भविष्यवाणी कर रखी है। भगवान की दया से बारिश नहीं भी हुई, तब भी ये तकरीबन सब जानते हैं कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट में पूजा घूमने का तजुर्बा अच्छा नहीं होता है। ऐसे में कोलकाता के लोगों की 'पहली पसंद' ऐप कैब ही हैं। अगर आप ट्राफिक में फंसने पर भी कम से कम एसी में बैठने का ऑप्शन रहता है।
एजेंसी की गाड़ियों की भी कम मांग नहीं है। वजह ये कि रात के 'स्लॉट' में गाड़ियां आसानी से मिल जाती हैं। कुछ एजेंसी के सूत्रों से पता चला है किपूजा के तीसरे दिन से ही गाड़ियों की बुकिंग शुरू हो गयी है। नवमी के लिए सबसे अधिक गाड़ियों की बुकिंग मिल रही है। हालांकि छोटी कारों के लिए कैब पर भरोसा रहता है लेकिन बड़ी गाड़ी की जरूरत पड़ने पर एजेंसी की गाड़ियों को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है।
राज्य सरकार द्वारा संचालित 'यात्री साथी' सबसे लोकप्रिय कैब ऑपरेटर है। वे लोग ही सबसे कम किराया ले रहे हैं। 8 घंटे या 80 किमी के लिए चार सीटों वाली छोटी कार को बुक करने का किराया 2,500 रुपये है। किराया या घंटा जो भी अधिक होगा उसी के मुताबिक किराया तय किया जाता है।
एसयूवी का किराया 3,000 रुपये है। ओला पर छोटी सेडान का8 घंटे का किराया3,500 रुपये और बड़ी कार का किराया 3,880 रुपये है। सेडान के लिए उबर का किराया भी ओला जैसा ही है।
हालांकि वे बड़ी गाड़ी के लिए 4,679 का किराया लेते हैं। पूजा की भीड़ में बड़ी गाड़ी कितनी दूर तक ले जा सकते हैं, यह भी एक बड़ा सवाल है। इसके अलावा सस्ती इलेक्ट्रिक कैब की कंपनी स्नैप भी लोगों को बहुत पसंद है। वे केवल सेडान ही किराए पर देते हैं। 8 घंटे के लिए 2,300-2,500 रुपया किराया लेते हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि गाड़ियों की मांग बढ़ जाने पर ये कंपनियाँ बाद में किराया बढ़ाएंगी या नहीं। इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं है।
यही वजह है कि जो लोग काफी सालों से गाड़ी से पूजा घूमते हैं उन्हें एजेंसी की गाड़ियों पर ही ज्यादा भरोसा है। इनकी गाड़ियों का किराया आमतौर पर कैब के किराए जितना ही होता है। पहले से बुकिंग रहने पर किराए में फेरबदल की आशंका कम रहती है।
एक कार रेंटल कंपनी के मालिक मिथुन बानिक ने बताया कि एक छोटी एसी सेडान का 8 घंटे या 80 किलोमीटर का किराया 3,500 रुपया है। मॉडल के अनुसार एसयूवी का किराया4,500-5,000 रुपये तक होता है।
एक अन्य कंपनी के मालिक सुकुमार दास ने कहा कि आमतौर पर अष्टमी-नवमी के दौरान बुकिंग ज्यादा होती है। उस समय बारिश होने की संभावना की वजह से अब लोग षष्ठी-सप्तमी के लिएकारों की बुकिंग करा रहे हैं। बड़ी गाड़ियों की मांग ही अधिक है।