जीएसटी सुधारों के कारण आम भारतीयों की कितनी बचत होगी, इसकी एक रिपोर्ट सामने आई है। 22 सितंबर को जीएसटी की नई दरें लागू होने के बाद प्रति माह औसतन प्रति व्यक्ति 58 से 88 रुपये की बचत होगी। इस वजह से समझा जा रहा है कि अब हर परिवार काफी बचत कर सकेगा।
फिक्की ने 'डिकोडिंग द जर्नी ऑफ जीएसटी रिफॉर्म्स' शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। उसी रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। उस रिपोर्ट में बताया गया है कि दैनिक जरूरत के अधिकांश उत्पादों पर जीएसटी में कमी के कारण शहरी और ग्रामीण - दोनों तरह के क्षेत्रों के निवासियों के खर्च का बोझ कम होगा।
हाल के जीएसटी सुधारों के कारण 149 से अधिक उपभोक्ता वस्तुओं पर जीएसटी की दर घटकर 5 प्रतिशत हो गई है। पहले यह संख्या केवल 54 थी। इसका मतलब यह कि अब रोजमर्रा की जरूरत में इस्तेमाल होने वाले अधिकांश उत्पादों पर जीएसटी की दर कम कर दी गई है। इसकी वजह से उस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि घरेलू खर्च कम होगा।
ग्रामीण परिवारों में जिन उत्पादों का उपयोग सबसे अधिक होता है, उन उत्पादों में से 56.3 प्रतिशत पहले जीएसटी से मुक्त थे। रिपोर्ट में बताया गया कि ग्रामीण घरों में छूट या मेरिट रेट पर आने वाली वस्तुओं का हिस्सा अब 56.3% से बढ़कर 73.5% हो गया है। शहरी घरों में यह बढ़त 50.5% से 66.2% हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल स्वतंत्रता दिवस के भाषण में ही जीएसटी सुधारों का संकेत दिया था। जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद 3 सितंबर को जीएसटी दरों में व्यापक बदलाव की घोषणा की गई। 22 सितंबर से नई दरें लागू हो गई हैं। कई संस्थाओं ने विभिन्न उत्पादों के दाम कम करने की घोषणा की है।