एई समय : आज कोलकाता के रेड रोड पर आयोजित होने वाले दुर्गापूजा कार्निवल (Durga Puja Carnival) में बॉलीवुड एक्ट्रेस व नृत्यांगना मीनाक्षी शेषाद्री का शानदार परफॉर्मेंस देखने को मिलेगा। मिली जानकारी के अनुसार कोलकाता पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन बॉडीगार्ड लाइन की तरफ से वह कार्निवल में उपस्थित होने वाली हैं। ऐसा पहली बार होने वाला है जब वह दुर्गा पूजा कार्निवल में हिस्सा लेंगी। कैसा लग रहा है?
इस सवाल का जवाब देते हुए मीनाक्षी कहती हैं, 'बहुत छोटा परफॉर्मेंस है। थोड़ा और लंबा होता तो अच्छा होता। मैं अपने कोरियोग्राफर अभिरूप से मन लगाकर नृत्य सीख रही हूं। बहुत उत्साहित हूं।'
इसके साथ वह आगे कहती हैं कि बंगाल के साथ मेरा बहुत पुराना संबंध है। बहुत से लोग नहीं जानते कि मैं बंगाल-बिहार बॉर्डर के एक छोटे से शहर में पैदा हुई थी। बंगाली दोस्तों के साथ खेलकर बड़ी हुई हूं। अब भी बंगाली भाषा बोल सकती हूं।' यह नृत्य ओडिसी कलाकार अभिरूप सेनगुप्त ने कोरियोग्राफ किया है। सिर्फ मीनाक्षी शेषाद्री ही नहीं इस प्रस्तुति में साथ में श्रावंती चट्टोपाध्याय भी होंगी।
कॅरियर के सबसे महत्वपूर्ण समय में शादी करके विदेश चली जाना, यह फैसला कितना मुश्किल भरा था? यह पूछने पर मीनाक्षी कहती हैं कि मैं हमेशा से शादी करना चाहती थी। मेरे बच्चे हों, घर-परिवार हो - यह इच्छा थी। इसलिए जब शादी की और करियर-देश छोड़ दिया, तब इसके लिए मन से तैयार थी। हां, मुझे एक ऐसी जीवनशैली में ढलना पड़ा जिसमें मैं अभ्यस्त नहीं थी। लेकिन इसका कोई अफसोस नहीं है। मुझे गाड़ी चलाने से डर लगता था। अमेरिका जाकर सीखना पड़ा। खाना बनाना पसंद नहीं है और आता भी नहीं है। वही बुरा खाना पति-बच्चों को खाना पड़ा। इसी तरह सीखी।
इतने सालों बाद जब नई हिंदी फिल्में देखती हैं, तो कैसा लगता है? उनका कहना है, 'अब मेरी उम्र में भी कई तरह के किरदारों में अभिनय करने का मौका है। मैं कम, लेकिन अच्छा काम करना चाहती हूं। ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म पर बहुत अच्छा काम देखने को मिलता है। कई तरह की फिल्में भी बन रही हैं। लेकिन नए विचार बहुत कम हैं। यह भी कहूंगी, इम्तियाज अली, मेघना गुलजार के साथ काम करना चाहती हूं। क्योंकि उनकी फिल्में सोचने का मौका देती हैं।'
क्या किसी नई फिल्म या सीरीज में काम कर रही हैं? मीनाक्षी ने बताया, 'कई स्क्रिप्ट सुनी हैं। कुछ बातें आगे बढ़ भी रही हैं। उम्मीद है कि कुछ दिनों में ही दर्शक मुझे किसी नए किरदार में देख पाएंगे।' फिल्म 'दामिनी' ने कई सालों पहले ही महिला सशक्तिकरण की बात कही थी। एक्ट्रेस आगे कहती हैं कि वहां भी दुर्गा मां थीं। लगता है कि देवी ही मेरी प्रेरक शक्ति ही हैं। इसलिए इस बार जब परफॉर्म करने का मौका मिला, लगा जैसे ईश्वर की वजह से ही मुझे यह मौका मिल रहा है।
मीनाक्षी आगे कहती हैं, 'कोलकाता की कला-संस्कृति मुझे बहुत पसंद है। बांग्ला भाषा बहुत पसंद है। मैं इस साल की शुरुआत में भी यहां आई थी। इसलिए ऐसा नहीं है कि इस शहर से मेरा कोई संपर्क नहीं है या कम है। दरअसल यह मेरा अपना ही शहर है।'
नृत्यांगना, अभिनेत्री, मिस इंडिया, मॉडल - सभी भूमिकाएं उनकी बहुत प्रिय रही हैं। साथ ही मीनाक्षी का मानना है कि एक पत्नी और मां के रूप में उनकी पहचान भी महत्वपूर्ण है। मीनाक्षी का कहना है कि मैंने सभी भूमिकाओं में खुद को देख लिया है। मुझे मेरी प्रतिभा अपनी मां से मिली है। मैंने नृत्य भी मां से ही सीखा है। बतौर मां मैंने जो सीखा वह भी कम महत्वपूर्ण नहीं है।