नयी दिल्लीः वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष शिवराज पाटिल का शुक्रवार सुबह महाराष्ट्र के लातूर स्थित उनके निवास ‘देवघर’ में 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। उनके परिवार में पुत्र शैलेश पाटिल, पुत्रवधू अर्चना और दो पौत्रियाँ हैं। पाटिल का अंतिम संस्कार शनिवार को लातूर में किया जाएगा।
संसदीय कार्यप्रणाली में आधुनिकीकरण, कंप्यूटरीकरण और ‘आउटस्टैंडिंग पार्लियामेंटेरियन अवॉर्ड’ की शुरुआत उनके कार्यकाल की उल्लेखनीय उपलब्धियों में शामिल है। 1935 में लातूर जिले के चाकूर में जन्मे पाटिल ने 1966 में लातूर नगरपालिका अध्यक्ष के रूप में सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की। दो बार विधायक रहने के बाद वह सात बार लोकसभा के लिए चुने गए और 1991 से 1996 तक लोकसभा अध्यक्ष रहे। उन्होंने रक्षा, वाणिज्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहित केंद्र सरकार के कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का नेतृत्व किया। 2004 से 2008 तक उन्होंने देश के गृह मंत्री के रूप में कार्य किया और 26/11 हमलों के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। 2010 से 2015 तक वे पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक रहे।
पुस्तक प्रेमी, बहुभाषी वक्ता और संवैधानिक विषयों के गहन अध्येता के रूप में पहचाने जाने वाले शिवराज पाटिल ने अपने चार दशकों से अधिक लंबे राजनीतिक जीवन में शालीनता, सादगी और मराठी राजनीतिक संस्कृति की गरिमा को एक नई पहचान दी। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक युग का अंत माना जा रहा है। राज्यसभा में पाटिल के सम्मान में कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित की गई। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि वरिष्ठ नेता के निधन के कारण सदन को श्रद्धांजलि देने का पूरा अवसर प्रदान किया जाएगा। उनके निधन की खबर मिलते ही राष्ट्रीय स्तर पर शोक की लहर दौड़ गई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पाटिल के रूप में देश ने एक ऐसे जनप्रतिनिधि को खो दिया, जिसने कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सार्वजनिक जीवन में अनुकरणीय सेवा करने वाला अनुभवी नेता बताया। पीएम ने कहा कि विभिन्न भूमिकाओं में उनका मार्गदर्शन देश के लिए मूल्यवान रहा और कुछ माह पहले हुई भेंट अब स्मृति बनकर रह गई। सोनिया गांधी ने निधन को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि पाटिल का शांत, सजग और संतुलित नेतृत्व पार्टी और देश दोनों के लिए महत्वपूर्ण था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी के अनेक सांसदों ने भी शोक व्यक्त किया। केसी वेणुगोपाल ने उन्हें लोकसभा का सर्वश्रेष्ठ स्पीकर और देश के सफलतम गृह मंत्रियों में से एक बताया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पाटिल का लंबा राजनीतिक अनुभव और लोक मामलों की गहरी समझ उन्हें विशिष्ट बनाती थी।