वेस्ट पाम बीच (अमेरिका): अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि व्हाइट हाउस के पास एक अफ़गान नागरिक द्वारा गोली मारे गए वेस्ट वर्जीनिया के दो नेशनल गार्ड सदस्यों में से एक की मौत हो गई है। हमले का संदिग्ध रहमानुल्लाह लकनवाल 29 वर्षीय अफगान नागरिक है। वह 2021 में अमेरिका आया था। अधिकारियों के अनुसार उसने यह हमला अकेले किया। यह इरादतन किया गया हमला है।
ट्रम्प ने हमलावर को एक खूंखार राक्षस बताया। थैंक्सगिविंग के मौके पर सैनिकों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा यूएस आर्मी की स्पेशलिस्ट 20 वर्षीय सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई है। वह वेस्ट वर्जीनिया की रहने वाली थीं। जबकि 24 वर्षीय स्टाफ सार्जेंट एंड्रू वोल्फ जिंदगी के लिए लड़ रहे हैं। ट्रम्प ने इस घटना को आतंकी हमला बताया और बाइडेन प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि अफ़गानिस्तान युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना की मदद करने वाले कई अफ़गान नागरिकों को अमेरिका में आने दिया गया। उनकी सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर निर्वासन अभियान में सहायता के लिए नेशनल गार्ड तैनात किए गए हैं। अफ़गानिस्तान छोड़ने और युद्ध के बाद हमलावर मानसिक रूप से अस्थिर हो गया था।
अफ़गानिस्तान में CIA समर्थित विशेष सेना इकाई का हिस्सा था हमलावर
रहमानुल्लाह लकनवाल को गोलीबारी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह सुरक्षाबलों की गोली से घायल हुआ है, लेकिन उसकी चोटें जानलेवा नहीं मानी जा रही हैं। दो अनाम स्रोतों और अफ़गान इवैक संगठन के अनुसार वह अफ़गानिस्तान में CIA समर्थित विशेष सेना इकाई का हिस्सा था और बाद में 2021 में अमेरिका आया। वॉशिंगटन डीसी की अमेरिकी अटॉर्नी जनीन पिरो ने बताया कि लकनवाल ने रिवॉल्वर से घात लगाकर हमला किया। वर्तमान में उस पर हत्या के इरादे से हमला करने और हथियार रखने के आरोप हैं। यह बताना अभी जल्दबाज़ी होगी कि हमलावर का असली मकसद क्या था। खुद को लकनवाल का चचेरा भाई कहने वाले अफ़गान प्रांत ख़ोस्त के एक व्यक्ति ने बताया कि लकनवाल और उसका भाई कंधार में ज़ीरो यूनिट्स नामक विशेष सेना में थे। एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि लकनवाल टीम लीडर था और बाद में GPS विशेषज्ञ बन गया। ये यूनिट्स CIA द्वारा समर्थित अफ़गान पैरामिलिट्री ईकाइयाँ थीं, जिनके बारे में मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोप भी लगे थे। अमेरिकी वापसी के दौरान उन्होंने काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। CIA निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने कहा कि लकनवाल का अमेरिकी सरकार से संबंध अफरातफरी भरे अफ़गानिस्तान निकासी अभियान के तुरंत बाद समाप्त हो गया था।
नेशनल गार्ड की तैनाती पर सवाल
थैंक्सगिविंग की पूर्व संध्या पर अमेरिकी धरती पर नेशनल गार्ड सदस्यों पर हमला दुर्लभ है। यह घटना उस समय हुई है जब ट्रम्प प्रशासन द्वारा अपराध नियंत्रण के नाम पर देशभर के शहरों में सैन्य तैनाती को लेकर बहस जारी है। अगस्त में ट्रम्प ने आपातकालीन आदेश देकर स्थानीय पुलिस को फेडरल नियंत्रण में ले लिया था और नेशनल गार्ड भेजे थे। आदेश बाद में समाप्त हो गया, लेकिन लगभग 2,200 सैनिक अब भी शहर में तैनात हैं। ये सैनिक मोहल्लों, ट्रेनों, चेकपॉइंट्स पर गश्त कर रहे हैं, कूड़ा उठा रहे हैं और खेल आयोजनों की सुरक्षा भी कर रहे हैं। बुधवार की गोलीबारी के बाद प्रशासन ने 500 अतिरिक्त नेशनल गार्ड भेजे।