पटना। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। उनके रघुपुर सीट से राजद नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने की संभावना है। हालांकि उनकी उम्मीदवारी पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।
सोमवार को पीके ने अपनी पार्टी जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की। इस दिन उन्होंने 65 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। उन्होंने यह भी बताया कि इस सूची में सभी जातियों और वर्गों का प्रतिनिधित्व है। हालांकि प्रशांत किशोर का नाम इस सूची में नहीं है। रघुपुर सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा, यह भी गुप्त रखा गया है।
प्रशांत किशोर ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने अब तक राज्य की 243 सीटों में से 116 पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। जन सुराज पार्टी प्रमुख ने कहा, "पहली सूची में हमने 51 लोगों के नामों की घोषणा की थी। इस दूसरी सूची में 65 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा रही है। बाकी सीटों पर चुनाव लड़ने वालों के नामों की घोषणा बाद में की जाएगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी उम्मीदवारों की सूची सभी धर्मों, जातियों और वर्गों का प्रतिनिधित्व करेगी। पीके ने कहा कि अब तक जिन लोगों के नामों की घोषणा की गई है उनमें से 31 समाज के सबसे पिछड़े समुदायों से हैं। इसके अलावा 21 अन्य पिछड़े समुदायों से और 21 मुस्लिम हैं। उन्होंने कहा, "उम्मीदवारों का यह चयन दर्शाता है कि हमारी पार्टी समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करती है।"
जन सुराज पार्टी द्वारा मैदान में उतारे गए उम्मीदवारों में कमलेश पासवान भी शामिल हैं। उन्हें हरनौत से टिकट दिया गया है। यह सीट लंबे समय से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गढ़ मानी जाती रही है। हालांकि उन्होंने पिछले तीन दशकों में वहां से कोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है।
वकील अभय कांत झा को भागलपुर सीट से टिकट दिया गया है। उन्होंने 1989 के भागलपुर दंगों के पीड़ितों के लिए मुकदमा लड़ा था। वकील ने इसके लिए एक पैसा भी नहीं लिया था।
यह भी बताया गया है कि सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी नसरुल्लाह खान रोहतास की नकहा सीट से, शिक्षाविद् शशिकांत प्रसाद फुलवारी सीट से और डॉक्टर शाहनवाज़ सियान की बड़हरिया सीट से चुनाव लड़ेंगे। अर्थशास्त्री नवल किशोर चौधरी को सीतामढ़ी की भटनाहा सीट से मैदान में उतारा गया है।
जन सुराज पार्टी बक्सर सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री केके तिवारी के बेटे तथागत हर्षवर्धन को मैदान में उतार रही है।