बिहार में विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभाओं का जिम्मा स्टार प्रचारक योगी पर डाल दिया। पीएम मोदी का मानना है कि जो विकास आजादी के बाद यूपी में नहीं हुआ वो सीएम योगी के कार्यकाल में हुआ है। इसी विश्वास पर उन्होंने योगी को बिहार दौरे पर भेजा है। वह चाहते हैं कि बिहार की जनता उनकी बातों को समझे और बिहार में एनडीए की सरकार को मौका दे। इसी मकसद से यूपी के सीएम योगी को बिहार की चुनावी सभाओं में आगे किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी क्रम में गुरुवार को बिहार के सहरसा और दानापुर में जनसभाएं कर राजद और कांग्रेस पर तीखे हमले किए। योगी ने विपक्ष को परिवारवाद, जंगलराज और विकास विरोधी राजनीति का प्रतीक बताते हुए एनडीए को देश और राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध बताया।
क्या कहा योगी ने?
योगी ने कांग्रेस और राजद पर नकली वोटिंग के जरिए लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा, "आज जब एनडीए विरासत और विकास को आगे बढ़ा रहा है तब कांग्रेस और राजद विकास नहीं चाहते। वे ‘बुरकावाद’ की राजनीति करना चाहते हैं ताकि घुसपैठियों के जरिए गरीबों के अधिकार छीने जा सकें।"
"पीएम मोदी पूरे देश को अपना परिवार मानते हैं लेकिन लालू यादव जी के लिए सिर्फ राबड़ी देवी और उनके बच्चे ही परिवार हैं।"
योगी ने दावा किया कि डबल इंजन सरकार बिहार में तेजी से विकास कर रही है जबकि विपक्ष ने दशकों तक राज्य को जंगलराज और पलायन की राजनीति में उलझाए रखा।
दानापुर में दिया गया बड़ा बयान
दानापुर की रैली में उन्होंने 1990 से 2005 तक के कालखंड को याद दिलाते हुए कहा कि उस दौर में बिहार जंगलराज, अपराध और पलायन का शिकार था।
योगी ने कहा, "उस समय की सरकारों ने बिहार को अपराध की राजनीति में धकेल दिया जिससे यहां के युवाओं को पहचान का संकट झेलना पड़ा और उन्हें दूसरे राज्यों की ओर पलायन करना पड़ा" ।
पीएम के लिए योगी स्टार प्रचारक
भाजपा में योगी को स्टार प्रचारक माना जाता है। खुद प्रधानमंत्री मानते हैं कि उन्होंने यूपी में विकास को नई ऊंचाइयां दी हैं। पीएम अक्सर कहते हैं योगी जी को केवल बुलडोज़र से मत जोड़िए। गाहे बगाहे नरेंद्र मोदी योगी पर अपना भरोसा जताते ही रहते हैं। उत्तर प्रदेश में हुए विकास कार्यों के लिए योगी की सराहना करते नहीं थकते। पीएम मोदी के भरोसे को बरकरार रखते हुए योगी ने विपक्ष को बिहार के चुनावी सभाओं में आड़े हाथों लिया।
भाजपा इस चुनाव में विपक्ष के परिवारवाद को निशाने पर रखकर ‘राष्ट्रहित बनाम परिवारवाद’ का नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रही है। वहीं अयोध्या और मिथिला में धार्मिक आस्थाओं को जोड़कर भावनात्मक समर्थन भी मजबूत किया जा रहा है।