हाशिए पर रहने वाले लोगों को यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे SIR प्रक्रिया में किसी भी तरह से नजरअंदाज न हों, आयोग ने पहले ही विशेष पहल की है। एन्यूमरेशन फॉर्म से संबंधित समस्याओं से लंबे समय से कोलकाता और राज्य के विभिन्न यौनकर्मियों की बस्तियों में रहने वाले सेक्स वर्कर्स परेशान थे। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को आयोग द्वारा एन्यूमरेशन फॉर्म से संबंधित विशेष कैंप का आयोजन किया गया था, जो 166-श्यामपुकुर विधानसभा क्षेत्र के सोनागाछी में आयोजित किया गया।
दो कैंप लगाए गए, एक उस विधानसभा क्षेत्र के 18 नंबर वार्ड में और दूसरा 26 नंबर वार्ड में। इस दिन के कैम्प में स्वयं राज्य के CEO मनोजकुमार अग्रवाल सहित राज्य के CEO कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। विशेष कैम्प में उन्हें अच्छा समर्थन भी मिला। आयोग ने बताया कि इस दिन विशेष कैम्प में 803 लोग आए थे। इनमें से 210 ने 6 नंबर फॉर्म लिए, 51 ने 8 नंबर फॉर्म लिए और 12 ने एनीमरेशन फॉर्म भरकर जमा किए। बाकी ने आयोग के अधिकारियों के सामने अपने एनीमरेशन फॉर्म से संबंधित समस्याओं को उठाया।
और अब इसी तरह विशेष कैंप दक्षिण कोलकाता निर्वाचन जिले के खिदिरपुर और कालीघाट की सेक्सवर्किंग क्षेत्रों में भी होने वाला है। मंगलवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को विशेष कैंप के लिए दक्षिण कोलकाता के DEO को आवश्यक प्रबंध करने का आदेश दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि कभी 2002 के SIR सूची से लिंक न होने, कभी या परिवार की जानकारी देने में समस्या होने जैसी कई समस्याओं का सामना सेक्स वर्कर्स कर रहे हैं। उनकी इन समस्याओं के समाधान के लिए आयोग द्वारा यह विशेष पहल की जा रही है। आयोग का स्पष्ट संदेश है कि किसी भी तरह से योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूची से हटाया न जाए। इस दिन सोनागाछी में उपस्थित होकर राज्य के CEO ने भी यही संदेश दिया। और इसलिए उन 'योग्य' लोगों की सूची से किसी भी तरह से सेक्स वर्कर्स को बाहर न होना पड़े, इसके लिए आयोग सक्रिय हुआ।