अवैध संबंध, फिर विवाद उसके बाद मां-बेटे द्वारा खुदकुशी। खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में पति समेत 3 लोगों को 10 साल की सजा सुनाई गई है। घटना हुगली जिले के मगरा की है। दुर्गापूजा की सप्तमी के दिन मां ने अपने दो बच्चों के साथ खुदकुशी का प्रयास किया लेकिन एक बच्चे की जान तो बच गयी लेकिन मां और एक बच्चे की मौत हो गयी थी।
आत्महत्या के उकसाने का आरोप मृतका के पति, जेठ और जेठानी को अदालत ने 10-10 साल की सजा सुनाई। 2015 में हुगली के मगरा में हुए उस मामले में मंगलवार को तीनों को दोषी ठहराते हुए चुचुड़ां अदालत ने 10 वर्ष की जेल और आर्थिक जुर्माने का आदेश दिया। सजा पाने वाले हैं दीपक मंडल, धर्मराज मंडल और चंदना मंडल।
अदालत सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार, 2015 में मगरा थाना के निवासी दीपक मंडल की जिले के पांडुआ की बेबी मंडल से शादी हुई। उनके दो बच्चे भी थे लेकिन इस बीच पत्नी को पता चलता है कि उसके पति दीपक से उसकी भाभी के साथ अवैध संबंध है। इसी बात पर घरेलू अशांति शुरु हो गई। आरोप है कि ससुराल वालों का बेबी मंडल पर अत्याचार होने लगा। यहां तक कि बेबी को आत्महत्या के लिए उकसाया जाता था। उसी साल दुर्गापूजा की सप्तमी के दिन बेबी अपने नाबालिग दो बच्चों को लेकर खुद को आग लगा ली थी।
स्थानीय लोगों की मदद से तीनों को अस्पताल ले जाया गया था लेकिन बेबी और एक बच्चे की मृत्यु हो जाती है। दूसरा बच्चा बच जाता है। इस घटना में बेबी के मायके द्वारा दीपक और अन्य दो के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। 10 साल बाद उस मामले में तीनों की सज़ा सुनाई गई। हुगली के पुलिस सुपरिंटेंडेंट (ग्रामीण) कमनाशीस सेन ने कहा, 'इस प्रकार के फैसले अदालत के प्रति लोगों का विश्वास और भरोसा बढ़ाते हैं।'