मुंबई: शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) को झटका देते हुए पार्टी की मुंबई इकाई की अध्यक्ष राखी जाधव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली। यह कदम उन्होंने 15 जनवरी को होने वाले बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव से पहले उठाया है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, राखी जाधव ने विधायक पराग शाह की मौजूदगी में औपचारिक रूप से बीजेपी की सदस्यता ली। माना जा रहा है कि वह घाटकोपर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं। इस घटनाक्रम से ऐसे समय में एनसीपी (एसपी) को नुकसान पहुंचा है, जब मुंबई में पार्टी के संभावित गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही थी। राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि एनसीपी (एसपी) या तो उद्धव ठाकरे–राज ठाकरे गठबंधन या फिर कांग्रेस के साथ जा सकती है। हालांकि गठबंधन की बातचीत के बीच ही बीजेपी ने राखी जाधव को पार्टी में शामिल कर लिया, जिससे चुनाव के समय एनसीपी (एसपी) में अंदरूनी मतभेद और साफ हो गए।
जुलाई 2023 में जब एनसीपी में विभाजन हुआ था, तब राखी जाधव ने शरद पवार के साथ रहने का फैसला किया था लेकिन सूत्रों के अनुसार सीट बंटवारे से नाराजगी के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। बताया गया है कि राखी जाधव ने पार्टी को 52 सीटों की सूची दी थी और गठबंधन में कम से कम 30 सीटों की उम्मीद कर रही थीं। उनका कहना था कि वरिष्ठ स्तर पर इस दिशा में पर्याप्त प्रयास नहीं किए गए।
प्रस्तावित सीट बंटवारे में कम सीटें मिलने को लेकर एनसीपी (एसपी) के भीतर असंतोष बढ़ रहा था, जो अब उनके पार्टी छोड़ने के रूप में सामने आया है। हालांकि राखी जाधव के बीजेपी में शामिल होने से उस वार्ड में बीजेपी के भीतर भी असंतोष पैदा हो सकता है, जहां से वह चुनाव लड़ने वाली हैं।
एनसीपी (एसपी) के मुंबई अध्यक्ष के रूप में राखी जाधव की नियुक्ति उस समय हुई थी, जब पूर्व मंत्री नवाब मलिक शरद पवार का साथ छोड़कर अजित पवार गुट में चले गए थे। घाटकोपर से तीन बार की नगरसेविका रही राखी जाधव ने मुश्किल दौर में मुंबई में पार्टी संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। वह एनसीपी की नगर निगम दल की नेता भी रह चुकी हैं और उन्हें सांसद सुप्रिया सुले के करीबी के रूप में जाना जाता है। उनका बीजेपी में जाना मुंबई में एनसीपी (एसपी) की चुनावी संभावनाओं के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।