नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने करोल बाग इलाके में नकली प्रीमियम मोबाइल फोन की अवैध असेंबली और बिक्री में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। इस कार्रवाई के दौरान एक नामी ब्रांड के 512 नकली प्रीमियम स्मार्टफोन, जिनमें फोल्ड और फ्लिप मॉडल भी शामिल हैं, बरामद किए गए। इसके अलावा बड़ी मात्रा में मोबाइल पार्ट्स और फर्जी आईईएमआई स्टिकर भी जब्त किए गए।
पुलिस के अनुसार अभियुक्त चीन से मंगाए गए स्पेयर पार्ट्स की मदद से हाई-एंड मोबाइल फोन को अवैध रूप से असेंबल करते थे और उन पर "मेड इन वियतनाम" लिखे हुए फर्जी आईईएमआई नंबर चिपकाते थे। इसके बाद इन फोनों को असली ब्रांडेड हैंडसेट बताकर खुले बाजार में 35,000 से 40,000 रुपये प्रति यूनिट की कीमत पर बेचा जाता था, जिससे ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम गठित की गई और करोल बाग स्थित एक दुकान पर छापा मारा गया। 13 और 14 दिसंबर की मध्यरात्रि को छापेमारी के दौरान चारों आरोपियों को मोबाइल फोन असेंबल करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान हकीम (36)जो इस गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, मेहताब अहमद अंसारी (36), रवि आहूजा (36) और राहुल (33) के रूप में हुई है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 512 असेंबल और अर्ध-असेंबल प्रीमियम मोबाइल फोन, 124 मदरबोर्ड, 138 मोबाइल बैटरियां, 459 फर्जी आईईएमआई प्रिंटेड स्टिकर, इसके अलावा बड़ी संख्या में मोबाइल एक्सेसरीज़ और विशेष असेंबली टूल्स बरामद किए। पुलिस ने बताया कि आरोपी बरामद सामान के संबंध में कोई वैध दस्तावेज या संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ के दौरान हकीम ने खुलासा किया कि वह केवल आठवीं पास है और उसके पास कोई औपचारिक तकनीकी योग्यता नहीं है, इसके बावजूद वह चीन से मदरबोर्ड, कैमरा, स्पीकर, बैक ग्लास, बॉडी फ्रेम और फर्जी आईईएमआई स्टिकर जैसे मोबाइल स्पेयर पार्ट्स मंगाकर इस रैकेट को चला रहा था।उसने अपने साथियों की मदद से प्रीमियम अल्ट्रा, फोल्ड और फ्लिप मॉडल के नए जैसे दिखने वाले मोबाइल फोन असेंबल किए, जिनकी बाजार में अधिक मांग थी, और उन्हें असली नए फोन बताकर अनजान ग्राहकों को बेचा जाता था।