'खुदकुशी करने वाली डॉक्टर पर गलत पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बनाने का राजनीतिक और पुलिसिया दबाव था'

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया से कहा कि मैंने सतारा के एसपी से बात की है। अभियुक्त एक पुलिस अधिकारी है। एफआईआर दर्ज की गयी है। एसपी को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

By डॉ.अभिज्ञात

Oct 25, 2025 23:13 IST

नयी दिल्लीः महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के सतारा में एक महिला डॉक्टर संपदा मुंडे की आत्महत्या को दुखद बताते हुए पुलिस अधीक्षक (SP) को आदेश दिया है कि इस मामले में शामिल सभी अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। अभियुक्तों में एक पुलिस अधिकारी भी शामिल है। शिंदे दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने आए थे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैंने सतारा के एसपी से बात की है। अभियुक्त एक पुलिस अधिकारी है। एफआईआर दर्ज की गयी है। एसपी को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

एक अभियुक्त गिरफ्तार, दूसरा फरारः इस बीच सतारा के एसपी तुषार दोशी ने बताया कि इस मामले में दो अभियुक्तों में से एक प्रशांत बंकार को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरा अभियुक्त पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल बादने अभी भी फरार है और उसकी तलाश की जा रही है। डॉक्टर की हथेली पर लिखा एक नोट मिला है, जिसमें दो लोगों के नाम थे, इन दोनों पर बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। अभियुक्त पुलिस अधिकारी को नौकरी से निलंबित कर दिया गया है।

मामले में राजनीतिक मोड़ः मालूम हो कि डॉक्टर संपदा मुंडे ने शुक्रवार को सतारा में आत्महत्या की थी। डॉक्टर की चचेरी बहन ने बताया कि मेरी डॉक्टर बहन पर गलत पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बनाने के लिए राजनीतिक और पुलिस दबाव डाला जा रहा था। उसने इसकी शिकायत करने की कोशिश की थी। इस घटना के बाद मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। विपक्षी मामले को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश में जुट गये हैं। वहीं, इस घटना पर फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन डॉक्टर संपदा मुंडे की मौत की ईमानदार और पारदर्शी जांच की मांग की है।

मामले से जुड़ा है एक सांसद?:उल्लेखनीय है कि बीते गुरुवार को फलटन के होटल रूम से डॉक्टर का लटका हुआ शव मिला। उसके बाएं हाथ की हथेली पर दो लोगों के नाम लिखे थे। इनमें से एक पुलिस सब इंस्पेक्टर का था। मृतक का दावा था कि उसके साथ 4 बार बलात्कार किया गया व 5 महीने से अधिक समय तक शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किया गया। डॉक्टर का एक चार पन्ने का एक 'सुसाइड नोट' भी मिलने का दावा किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि उसमें एक सांसद का भी उल्लेख है, जिसने उस पर गलत प्रमाणपत्र बनाने का दबाव डाला था। हालांकि सांसद के नाम के बारे में या 'सुसाइड नोट' की बरामदगी के बारे में पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की है। डॉक्टर सतारा जिले के फलटण उप-जिला अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर थी। वह बीड जिले की रहने वाली थी और 23 महीने से सेवा में थीं। ग्रामीण क्षेत्र में सेवा की बॉन्ड अवधि पूरी होने में सिर्फ एक महीना बाकी था।

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