पाकिस्तान के हॉकी खिलाड़ियों को उन्हें वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और वे अन्य खेलों की ओर रुख कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए भी पैसे नहीं मिले हैं और यह समस्या लंबे समय से चली आ रही है, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल गिर रहा है और वे अपने करियर पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं।
मैदान हो या मैदान के बाहर, खेल जगत में पाकिस्तान की भ्रष्टाचार की बातें किसी से छिपी नहीं हैं। कभी कोच का गिरगिट की तरह रंग बदलना, कभी बोर्ड के अंदर की भ्रष्टाचार, कई बार दुनिया के मंच पर पाकिस्तान का नाम बदनाम हुआ है। अब नए विवाद में उनका नाम जुड़ गया है। क्रिकेट के बाद हॉकी में भी उनके संकट खुलेआम सामने आए। पाकिस्तान की राष्ट्रीय हॉकी टीम के खिलाड़ी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। कारण, उनके लाखों रुपये की बकाया सैलरी है। सही तरीके से प्रशिक्षण कराना और उच्च स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना, सबकुछ रुक गया है। इसके परिणामस्वरूप इन खिलाड़ियों का भविष्य अब प्रश्न के घेरे में है।
लेकिन यह समस्या नई नहीं है। सालों से पाकिस्तान के हॉकी खिलाड़ियों की तनख्वाह को लेकर यही समस्या चल रही है। सही समय पर वेतन न मिलने को लेकर कई लोगों ने पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन के खिलाफ शिकायत की है। हाल ही में कई टूर के खर्च खिलाड़ियों को नहीं दिए गए। इसमें घरेलू प्रशिक्षण शिविर, बांग्लादेश दौरा और FIH प्रो लीग में भाग लेने का पैसा शामिल है।
अधिकांश खिलाड़ियों के अनुसार, फेडरेशन समय पर पैसा न देने की वजह से यह उनके लिए बड़ा समस्या बन गई है। प्रशिक्षण, राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना और घर चलाना इस पैसे पर निर्भर करता है। इसलिए दिन-प्रतिदिन ऐसी समस्या चलते रहने से स्क्वॉड में खिलाड़ियों में रोष पैदा हो रहा है।
इस पर पाकिस्तान की हॉकी टीम के एक खिलाड़ी ने मुख खोला है। उन्हें क्रिकेटरों की तरह मोटी तनख्वाह नहीं मिलती। इसलिए समय पर वेतन न मिलने पर उन्हें कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, यह भी उन्होंने बताया।
उन्होंने कहा, 'अर्जेंटीना में FIH प्रो लीग के मैच खेलने जाने से पहले हमें कहा गया था कि बकाया वेतन चुका दिया जाएगा। सरकार की ओर से हॉकी फेडरेशन को पर्याप्त पैसा दिया गया है लेकिन इवेंट से लौटने के बाद भी हमें हमारा पैसा नहीं मिला। केवल यही नहीं, विदेश की लीग में खेलने के लिए कई लोगों के पास कोई अनुबंध भी नहीं है। इसलिए हम वित्तीय संकट में हैं।'
इसी स्वर को पाकिस्तान की राष्ट्रीय हॉकी टीम के कप्तान अम्माद शाकिल बाट की आवाज़ में भी सुना गया।