काठमांडूः जन-विद्रोह के 18 दिन बाद पहली बार नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली जनता के सामने आए। वे जेन जेड के विरोध प्रदर्शन के कारण सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हुए थे। शनिवार को नेपाल के भक्तपुर में उसी युवा वर्ग के सामने उन्होंने भाषण दिया। जानकारी मिली है कि उनकी पार्टी CPN_UML के युवा संगठन ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। सार्वजनिक रूप से सामने आने के लिए उन्होंने इस कार्यक्रम को चुना।
नेपाल पुलिस पर जेन जेड के विरोध प्रदर्शन में गोली चलाने का आरोप लगा है। लेकिन इस दिन ओली ने दावा किया कि सरकार ने गोली चलाने का निर्देश नहीं दिया। किसने स्वचालित हथियार का इस्तेमाल किया की जांच होनी चाहिए। पुलिस के पास उस तरह के हथियार नहीं हैं।
पिछले 9 सितंबर को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें आखिरी बार सेना के हेलीकॉप्टर में चढ़ते देखा गया था। राजनीतिक विश्लेषकों के एक हिस्से ने अनुमान लगाया था कि वे दुबई भाग गए हैं। लेकिन उसी शाम सेना ने स्पष्ट कर दिया था कि उन्होंने नेताओं और मंत्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। किसी को देश छोड़ने में मदद नहीं की है।
तो इन 18 दिनों में ओली कहाँ थे? जानकारी मिली है कि वे सेना के मुख्यालय में छिपे हुए थे। स्थिति कुछ शांत होने पर सेना मुख्यालय छोड़कर चले गए लेकिन कहां गए, यह जानकारी नहीं मिली। क्यों 18 दिन बाद जनता के सामने आए, इस बारे में भी अस्पष्टता है।
फेसबुक, यूट्यूब, एक्स सहित 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में नेपाल की युवा पीढ़ी उत्तेजित हो गई। पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की मांग को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। अब तक 74 लोगों की मौत हो चुकी है। 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
ओली के इस्तीफे के बाद सुशीला कार्की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री बनी हैं। आगामी 5 मार्च को नेपाल में चुनाव होंगे। जानकार लोगों के एक हिस्से का मानना है कि उसी को ध्यान में रखकर ओली संगठन को मजबूत करने का काम शुरू कर रहे हैं, इसीलिए वे सार्वजनिक रूप से सामने आए हैं।