मॉस्को: ट्रंप की मध्यस्थता के बाद भी रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है और फिलहाल तो शांति प्रस्ताव फिर ठंडे बस्ते में है। रविवार को यूक्रेन ने काला सागर में रूस के अधीन तुआप्से बंदरगाह पर ड्रोन हमला किया। इस हमले में बंदरगाह को नुकसान पहुंचा और एक रूसी ऑयल टैंकर में आग लग गई।
रूसी प्रशासन ने टेलीग्राम पर बताया कि तुआप्से बंदरगाह पर यूएवी अर्थात ड्रोन का एक टुकड़ा तेल टैंकर पर गिरा, जिससे उसमें आग लग गई और डेक का ऊपरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। क्रू मेंबरों को तुरंत सुरक्षित हटा लिया गया, इसलिए किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
तुआप्से बंदरगाह में काला सागर तेल टर्मिनल और रोसनेफ्त-नियंत्रित तेल रिफाइनरी स्थित हैं, जो मास्को के लिए अत्यंत रणनीतिक महत्व रखती हैं। यह टर्मिनल रूस के कच्चे और परिष्कृत तेल उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने का दक्षिणी मार्ग है। यही कारण है कि कीव बार-बार इस क्षेत्र को निशाना बना रहा है।
उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में यूक्रेन ने रूस के ईंधन भंडारों, रिफाइनरियों, तेल डिपो और पाइपलाइनों पर हमले तेज कर दिए हैं। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का उद्देश्य रूस की ईंधन आपूर्ति पर दबाव बनाना, सैन्य रसद को बाधित करना और युद्धकालीन खर्च बढ़ाना है। यह हमले रूस द्वारा यूक्रेन के पावर ग्रिड पर किए गए हमलों के जवाब के रूप में देखे जा रहे हैं।
क्रास्नोदार प्रशासन के अनुसार रविवार के हमले में बंदरगाह को काफी क्षति हुई है। ड्रोन के मलबे के गिरने से तुआप्से के बाहर स्थित सोसनोवी गांव में एक अपार्टमेंट क्षतिग्रस्त हुआ है। तुआप्से रेलवे स्टेशन को भी मामूली नुकसान पहुंचने की सूचना है।