मानवता-विरोधी अपराधः हसीना मामले में फैसला अक्टूबर में ही?

By अयंतिका साहा, Posed by डॉ.अभिज्ञात

Sep 23, 2025 22:08 IST

ढाका:पिछले साल जुलाई-अगस्त में आंदोलन के दौरान हुई हत्याओं की घटनाओं में सत्ता से बेदखल प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित अवामी लीग के शीर्ष कुछ नेताओं के खिलाफ दर्ज मानवता-विरोधी अपराध के मामले का फैसला अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण अगले महीने ही घोषित कर सकता है। सोमवार को अभियोजकों ने बताया कि इस दौरान समय कुछ और मामलों की सुनवाई भी पूरी हो सकती है।

न्यायाधिकरण के मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम ने मीडिया को बताया कि एक साल में न्यायिक कार्यवाही की जो प्रगति हुई है, उससे अक्टूबर-नवंबर के बीच ही कुछ मामलों की सुनवाई पूरी करना संभव है। एक अन्य अभियोजक गाजी एम एच तमीम ने बताया कि 47 गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। इस मामले की सुनवाई 15 अक्टूबर तक पूरी हो सकती है।

सूत्रों ने बताया है कि न्यायाधिकरण में दो मामलों की सुनवाई चल रही है। एक में पांच आरोपों में शेख हसीना, पूर्व गृह मंत्री असादुज्जमान खान कमाल और पुलिस के पूर्व महानिरीक्षक (आईजीपी) चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून के खिलाफ आरोप गठन और गवाही का दौर भी पूरा हो चुका है।

इस मामले में चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून सरकारी गवाह बन गए हैं। औपचारिक रूप से सुनवाई शुरू हुए दूसरे मामले में ढाका में छह लोगों को गोली मारकर हत्या करने की घटना है। इस मामले में अभियुक्त ढाका महानगर पुलिस (डीएमपी) के पूर्व आयुक्त हबीबुर रहमान सहित पुलिस के 8 सदस्य हैं।

इसके अलावा सावर के आशुलिया में गोली मारकर हत्या करने के बाद पांच लोगों के शव और एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल अवस्था में जलाकर मारने तथा रंगपुर में अबू सईद की हत्या की घटना में दर्ज दो मामलों में आरोप पत्र दाखिल करने के बाद न्यायाधिकरण ने सुनवाई शुरू की है।

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