ढाकाः बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोट ने इस बार बांग्लादेश में 700 पूजा मंडपों को 'संवेदनाशील' चिह्नित किया है। जागरण जोट के नेताओं ने बताया कि उन्होंने पूजा की सुरक्षा के लिए प्रत्येक मंडप में सेना तैनात करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि इस बीच गाजीपुर, कुष्टिया, नेत्रकोना, झिनाइदह सहित पांच जिलों में प्रतिमाओं की तोड़फोड़ की गई है।
जोट के प्रवक्ता चिन्मयकृष्ण दास ने बताया कि उन्होंने इसके साथ-साथ सभी कैदियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। मंगलवार को ढाका में जोट के नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस की। हालांकि इस दिन सरकार की ओर से बताया गया है कि इस बार की दुर्गापूजा में गृह मंत्रालय ने मंदिरों और मंडपों की सुरक्षा के लिए 2 लाख आनसार और ग्राम प्रतिरक्षा बल (वीडीपी) तैनात करने का फैसला लिया है।
बुधवार से आगामी 2 अक्टूबर तक लगातार 9 दिन पूरे देश के 31 हजार 576 पूजा मंडपों में आनसार-वीडीपी के इन सदस्यों को तैनात किया जा रहा है। गृह मंत्रालय की विज्ञप्ति में यह भी बताया गया है कि अधिक महत्वपूर्ण मंडपों में आठ, महत्वपूर्ण मंडपों में छह और सामान्य मंडपों में छह आनसार-वीडीपी सदस्यों को सुरक्षा पहरे में रखा जाएगा। साथ ही 64 जिलों में 92 बटालियन आनसार स्ट्राइकिंग फोर्स टीम भी तैनात रहेगी।
सनातनी जागरण जोट के प्रदीपकांति दे ने कहा, 'अब तक पांच जिलों में प्रतिमा तोड़फोड़ की गई है। देश में जोखिम वाले 700 पूजा मंडपों में सबसे ज्यादा सातक्षीरा जिले के 55 मंडप जोखिम में हैं।