वाशिंगटनःकुछ महीने पहले ही ज़ोहरान मामदानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘युद्ध अपराधी’ कहकर तीखी टिप्पणी की थी, जिस पर काफी विवाद हुआ था। हालांकि, न्यूयॉर्क के मेयर पद के उम्मीदवार मामदानी अपने बयान पर अब भी कायम हैं। मंगलवार को दिवाली के अवसर पर उन्होंने एक बार फिर मोदी पर हमला किया। क्वींस (न्यूयॉर्क) के एक मंदिर में खड़े होकर उन्होंने कहा कि मैं जिस भारत में पला-बढ़ा हूं, वहां विविधता का उत्सव मनाया जाता था। लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है।
दिवाली के अवसर पर क्वींस के विभिन्न मंदिरों में जाकर भारतीय-अमेरिकियों के बीच प्रचार कर रहे मामदानी ने कहा कि तब भारत में सभी के लिए जगह थी। किसी की धार्मिक पहचान नहीं देखी जाती थी। लेकिन मोदी और बीजेपी के भारत में सिर्फ कुछ खास लोगों के लिए ही जगह बची है। मेरी सारी आलोचना इसी सोच के खिलाफ है।
मामदानी मानते हैं कि विविधता ही भारत की असली ताकत है। उनके अनुसार बीजेपी सरकार के कार्यकाल में भारत अपनी बहुलवादी पहचान खो रहा है, जो बेहद खतरनाक है। भारत को किसी भी कीमत पर इस विविधता को बनाए रखना होगा।
मामदानी इस बात को भी स्वीकार करते हैं कि अमेरिका में प्रवासी भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रबल समर्थक है। उन्होंने कहा कि मैं न्यूयॉर्क का मेयर बनना चाहता हूं। यहां 80 लाख लोग रहते हैं। मुझे पता है कि मोदी पर मेरी टिप्पणी से कई लोग असहमत होंगे और यह उनका अधिकार है। लेकिन मैं उनका भी प्रतिनिधित्व करूंगा। मेरा काम न्यूयॉर्क वासियों को एक बेहतर और सुरक्षित जीवन देना है।
न्यूयॉर्क में मेयर पद की प्राथमिक जीत के बाद उनका एक पुराना वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने 2002 के गुजरात दंगों का हवाला देते हुए कहा था कि गुजरात से मुसलमानों को मिटा दिया गया। हम जो अब भी ज़िंदा हैं, उस पर बहुतों को विश्वास नहीं होता। बाद में एक कार्यक्रम में जब उनसे पूछा गया कि क्या वे कभी मोदी के साथ मंच साझा करेंगे तो उन्होंने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का उदाहरण देते हुए दोनों को 'युद्ध अपराधी' कहा।
कौन हैं ज़ोहरान मामदानी?
33 वर्षीय ज़ोहरान मामदानी भारतीय मूल के अमेरिकी राजनेता हैं। वे प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक मीरा नायर के बेटे हैं। हालांकि उनका जन्म युगांडा में हुआ था, लेकिन 7 साल की उम्र से वे स्थायी रूप से न्यूयॉर्क में रह रहे हैं। उनकी पढ़ाई और राजनीतिक करियर सब कुछ अमेरिका में ही हुआ है। वे न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से नामांकन पाने वाले पहले मुस्लिम उम्मीदवार हैं। डेमोक्रेटिक प्राइमरी में उन्होंने 43.5% वोट हासिल किए। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि उनका मेयर बनना अब बस समय की बात है।