एई समय। देशभर में 22 सितंबर से नई जीएसटी दर लागू हो गई है। इसी वजह से उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियों ने इस साल नवरात्रि के दौरान सबसे ज्यादा बिक्री देखी।
एक दशक से भी ज्यादा समय से इतनी बिक्री नहीं देखी गई। जीएसटी दरों में कमी की वजह से नवरात्रि में ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की है। इसी महीने के अंत में दिवाली के दौरान फिर से रिकॉर्ड बिक्री का अनुमान है।
आंकड़े बताते हैं कि इस साल नवरात्रि के दौरान सेक्टर के हिसाब से कंपनियों की बिक्री में 25-100 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई। नतीजतन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को भी 5-6 सालों से चली आ रही सुस्त मांग से राहत मिली है।
मारुति सुजुकी इंडिया ने नवरात्रि के पहले आठ दिनों में 1.64 लाख वाहनों की डिलीवरी की। मार्केटिंग और सेल्स के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी पार्थ बनर्जी को उम्मीद है कि पूरे त्योहारी सीजन के दौरान यह संख्या 2 लाख को पार कर जाएगी। पिछले साल इसी अवधि में मारुति ने 85,000 वाहन बेचे थे।
मारुति को नवरात्रि में बुधवार तक 7,00,530 पूछताछ और 1,50,000 बुकिंग प्राप्त हुईं। XUV 700 और स्कॉर्पियो N जैसी स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) बनाने वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री में इसी अवधि के दौरान 60 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। क्रेटा और वेन्यू जैसे मॉडलों पर आधारित SUV बेचने वाली कंपनी हुंडई मोटर की कुल बिक्री में 72 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में एलजी, हायर और गोदरेज अप्लायंसेज की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले दो अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले साल की नवरात्रि की तुलना में हायर की बिक्री में 85 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। खास बात यह है कि हायर ने इस साल दिवाली के लिए रखे अपने 85-इंच और 100-इंच के 2.5 लाख रुपये से ज्यादा कीमत वाले 85 प्रतिशत टेलीविजन पहले ही बेच दिए हैं। कंपनी रोजाना 65-इंच के 300-350 टेलीविजन बेच रही है।
इस संदर्भ में हायर इंडिया के अध्यक्ष सतीश एनएस ने कहा कि जीएसटी दरों में कमी का प्रत्यक्ष लाभ और बेहतर उपभोक्ता रुझान के अप्रत्यक्ष लाभ ही इस वर्ष नवरात्रि के दौरान बिक्री में वृद्धि के मुख्य कारण हैं।
इस संबंध में जीएसटी काउंसिल ने इस वर्ष 22 सितंबर से जीएसटी दरों को पिछली चार दरों से घटाकर दो दरें कर दिया है। कई कंपनियों ने कम कर दर का लाभ ग्राहकों के साथ साझा किया है। मारुति के पार्थ ने कहा कि अतिरिक्त वित्तीय छूट जैसे विशेष लाभ भी प्रदान किए गए हैं। मारुति ने जानकारी दी है कि उसकी सभी छोटी कारों, एसयूवी और बहुउद्देश्यीय वाहनों की बिक्री में वृद्धि हुई है।
सबसे खास बात यह है कि छोटी कारों की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है। जीएसटी दरों में कमी के कारण इस साल नवरात्रि के दौरान मारुति की छोटी कारों की बुकिंग में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बड़े स्क्रीन वाले टेलीविजन, स्मार्टफोन और फैशन उत्पादों पर निर्भर रिलायंस रिटेल की बिक्री में सालाना 20-25 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इस साल के त्योहारी सीजन का पहला भाग ओणम से शुरू हुआ। उसके बाद दुर्गा पूजा और फिर नवरात्रि तक चला यह सिलसिला 2 अक्टूबर को दशहरा में खत्म हुआ। इस चरण में त्योहारी सीजन की कुल बिक्री का 40-45 प्रतिशत हिस्सा रहा।
विशेषज्ञों का दावा है कि यही वह समय होता है जब देश में सबसे अधिक उपभोग व्यय होता है। ओणम जीएसटी दरों में बदलाव पर चर्चा के दौरान मनाया गया था। इसलिए उस समय अच्छी मांग थी। हालांकि 22 सितंबर से जीएसटी दरों में कटौती के बाद उपभोक्ता वस्तु निर्माताओं के लिए नवरात्रि के दौरान कारोबार में वृद्धि हुई।
अब विक्रेताओं को उम्मीद है कि इस महीने धनतेरस और दिवाली के अलावा अंग्रेजी नववर्ष के मौके पर भी रिकॉर्ड बिक्री हो सकती है।