तनख्वाह अच्छी है। महीने के अंत तक अच्छी कमाई होती है। फिर भी किसी न किसी तरह से सारे पैसे खर्च हो जाते हैं। कैसे ? आइये, जानते हैं इन सवालों के जवाब।
महीने जाते हैं और आप अच्छा पैसा कमाते हैं। फिर भी हाथ में कभी पैसे नहीं टिकते। किसी न किसी तरह सारे पैसे खर्च हो जाते हैं। वास्तुशास्त्र कहता है कि कुछ वास्तुदोष की वजह से ऐसा हो सकता है लेकिन इस समस्या से मुक्ति संभव है। कुछ आसान वास्तु उपाय अपनाने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। पैसे का प्रवाह बना रहता है। बचत होती है।
घर के उत्तर दिशा की ओर ध्यान दें
वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा धन और करियर का प्रतीक है। अगर यहाँ अव्यवस्थित या भारी सामान रखा हो तो धन का प्रवाह बाधित होता है। इसलिए इस दिशा को हमेशा साफ-सुथरा और उज्ज्वल रखें। ज्यादा और भारी सामान न रखें। छोटे फव्वारे या पानी की तस्वीर रखना शुभ माना जाता है। दीवार पर काला रंग या उस रंग की चीजें न रखें। इसकी जगह नीला, सफेद या हल्का हरा रंग उपयोग कर सकते हैं।
रसोईघर के वास्तु दोष दूर करें
पैसे के अपव्यय का रसोईघर से सीधा संबंध है। वास्तु के अनुसार रसोई में गैस हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में रखनी चाहिए। नल से पानी टपकता हो तो तुरंत उसे ठीक करवाना जरूरी है। पानी का अपव्यय यानी धन का अपव्यय। रसोई में कचरा, खाली डिब्बा या टूटे सामान न रखें। ये भी आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
मुख्य दरवाजे और लॉकर को सही दिशा में रखें
घर का मुख्य दरवाजा संपत्ति का प्रवेश द्वार है। यदि दरवाजा टूटा हुआ या गंदा हो, तो पैसे की कमी हो सकती है। दरवाजे पर शुभ चिन्ह का प्रयोग करें। लॉकर या संदूक दक्षिण-पश्चिम की दिशा में रखें। इसका मुख उत्तर या पूर्व की ओर करें। इससे बचत और स्थिरता बढ़ती है।
घर में ऊर्जा का संतुलन बनाए रखें
घर में हमेशा ऊर्जा का संतुलन बनाए रखें। बदबू न हो। आप सुगंधित मोमबत्ती या रूम फ्रेशनर का उपयोग कर सकते हैं। वास्तु तत्व आर्थिक विकास में मदद करते हैं। अव्यवस्थित परिवेश और नकारात्मक चित्रों से बचें। सप्ताह में एक बार घर की सफाई, दीपक जलाना या शुभ क्रियाओं का पालन करने से धन प्रवाह में बाधा दूर होती है।