वास्तु शास्त्र कहता है कि कुछ नियमों का पालन करने से हमारे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। किस दिन घर में प्रवेश करना शुभ है? किस दिन अशुभ है?
ज्योतिष के अनुसार नया घर या फ्लैट खरीदते समय, उसे हमेशा वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार ही खरीदना चाहिए। घर खरीदने से पहले अच्छे से यह देख लेना जरूरी है कि उस घर, फ्लैट या जमीन में कोई वास्तु दोष तो नहीं है। देखना चाहिए कि रसोईघर, बाथरूम, बेडरूम, मुख्य दरवाजा वास्तु के अनुसार सही दिशा में हैं या नहीं। यहां तक कि बेडरूम में बिस्तर और रसोई में गैस सेट करते समय भी वास्तु के अनुसार सलाह का पालन करना चाहिए। इसी तरह परिवार के सभी सदस्यों के कल्याण और नए घर या संपत्ति से अशुभ प्रभाव को दूर रखने के लिए गृह प्रवेश की परंपरा है। हिन्दू धर्म के अनुसार, पूजा करके ही नए घर में रहना शुरू करना चाहिए।
वास्तु शास्त्र कहता है, कुछ नियमों का पालन करने से हमारे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। इसी तरह, घर और परिवार की भलाई के लिए जो पूजा की जा रही है, उसका शुभ फल प्राप्त होना संभव है, यदि उसे सही दिन किया जाए। गलत दिन घर प्रवेश करने पर अशुभ प्रभाव पड़ सकता है। घर का सही वास्तु विभिन्न समस्याओं से मुक्ति दिलाएगा।
वास्तु के अनुसार, सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार गृहस्थ जीवन के लिए शुभ दिन माने जाते हैं। इन दिनों घर प्रवेश करने से घर में धन-सम्पदा और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
माघ, फाल्गुन, वैशाख और जैष्ठ मास में नया घर या फ्लैट में प्रवेश करना शुभ माना जाता है। तिथि के अनुसार, शुक्ल पक्ष का दूसरा, तीसरा और पांचवां दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। वहीं, सातवां, दसवां, एकादश और त्रयोदश दिन भी घर प्रवेश के लिए उचित हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार कौन से दिन गृहप्रवेश के लिए अशुभ हैं?
वास्तु के अनुसार, मंगलवार और शनिवार को गृहप्रवेश समारोह करना अशुभ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, रिक्ता तिथि में गृहप्रवेश नहीं करना चाहिए।
अमावस्या और पूर्णिमा तिथि में भी गृहप्रवेश नहीं करना ही अच्छा होता है। चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी तिथि में भी पूजा करना अशुभ माना जाता है।
आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, आश्विन और पौष माह में यह कार्य करने से बचना चाहिए। राहुकाल में नए घर में प्रवेश करना अशुभ हो सकता है।
इस दिन पूरे घर को साफ करके सजाएं।
अशोक के पत्तों की माला से मुख्य द्वार सजाएं।
घर के हर कोने में दीपक जलाएं।
सभी कमरे में कपूर जलाएं।
वास्तु दोष दूर करने के लिए नए घर में वास्तु पूजा करें।
नए घर में पहली बार प्रवेश करने के समय पहले दायाँ पैर और फिर बायाँ पैर रखें। इसे अत्यंत शुभ माना जाता है।