लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने वंदे मातरम पर विधानसभा में शुक्रवार को चर्चा को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव की तर्क-वितर्क पर प्रतिक्रिया दी। मीडिया से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम भारत का महान मंत्र है, जिसने हमारे देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने में मदद की। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष को इस पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को व्याख्यान नहीं देना चाहिए। वंदे मातरम पर चर्चा उस महान मंत्र को गाने के बारे में है, जिसका मात्र उल्लेख और उद्घोष अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर देता था।
उन्होंने आगे कहा कि यही महान मंत्र है, जिसके उद्घोष से एक विकसित भारत बनेगा, जहां गरीब अमीर होंगे, किसान समृद्ध होंगे, महिलाएं सशक्त होंगी और युवा का भविष्य उज्ज्वल होगा। मौर्य ने कहा कि सरकार ने विधानसभा के लिए सही निर्णय लिया है और उम्मीद है कि विपक्ष इसी विषय पर चर्चा करते समय व्यवस्थित रूप से कार्य करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार विपक्ष के किसी भी प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है, चाहे उनका व्यवहार हंगामा क्यों न कर दे।
इस बीच उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने भी वंदे मातरम चर्चा के विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कितना महत्वपूर्ण था और इसे अन्य राज्यों में अपनाया गया। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने वंदे मातरम गाया और उसके बाद यह अन्य राज्यों में लोकप्रिय हो गया। इसका कारण यह है कि यह भारत माता का सम्मान दिखाता है और इस पर चर्चा होगी। इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस सत्र में सदस्य सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे और उत्तर प्रदेश के विकास पर विधायी कार्य को आगे बढ़ाएंगे। विभिन्न विभागों की पूरक मांगों को भी संबोधित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक महत्वपूर्ण चर्चा आयोजित की जाएगी और इसके लेखक बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को धन्यवाद दिया जाएगा। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश की स्थापना की तिथि और संविधान के अनुसार ‘वंदे मातरम’ की मान्यता की तिथि समान हैं इसलिए विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा बहुत महत्वपूर्ण होगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सभी दलों की बैठक में स्पष्ट किया गया कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार विकास-संबंधी विषयों पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखती है और सभी दलों से सहयोग की उम्मीद करती है ताकि विधानसभा सत्र सुचारू रूप से चले।