दिल्ली के लाल किला विस्फोट मामले के बाद आतंकी गतिविधियों के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में असम में कम से कम 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अब पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से संबंध होने के आरोप में असम पुलिस ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति के रोहिंग्या आतंकी संगठन से भी संबंध होने का आरोप है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी का नाम मुनसिर अली है। बुधवार को उसे असम के दारंग जिले के खारुपेटिया से गिरफ्तार किया गया।
खारुपेटिया के पश्चिम कामारपाड़ा गांव का निवासी मुनसिर अली कई आतंकी संगठनों से संपर्क में था, ऐसा दावा पुलिस का है। आरोप है कि अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (ARSA) के अलावा वह तहरीक-ए-तालीबान पाकिस्तान (TTP) से भी घनिष्ठ संपर्क में था।
जानकारी के अनुसार, मुनसिर तमिलनाडु में काम करता था और हाल ही में खारुपेटिया लौटा था। सोशल मीडिया के माध्यम से वह बांग्लादेशी आतंकवादियों से संपर्क बनाए हुए था, यह भी पुलिस का आरोप है। पुलिस का दावा है कि खारुपेटिया के अलावा असम के कई अन्य इलाकों में भी वह इन आतंकी संगठनों के लिए स्लीपर सेल बनाने की योजना बना रहा था।
दारंग जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही मुनसिर गांव लौटा था। खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि वह खारुपेटिया सहित असम के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर आतंकी गतिविधियों की योजना बना रहा था। उसी सूचना के आधार पर बुधवार को उसे गिरफ्तार किया गया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है।
इससे पहले भी असम के विभिन्न क्षेत्रों से पाकिस्तान और बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया था कि आतंकी संगठन असम को अपनी गतिविधियों का केंद्र बनाना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि लाल किला हमले के बाद पुलिस और NIA को "व्हाइट कॉलर मॉड्यूल" की जानकारी मिली थी। इसके बाद पूरे देश में सतर्कता बढ़ा दी गई थी और कई राज्यों में आतंकी संबंधों के आरोप में लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसी दौरान असम के कई व्यक्तियों ने लाल किला हमले का सोशल मीडिया पर समर्थन किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ने साफ संदेश दिया था कि देशविरोधी कामों में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।