पटनाःबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुल चल-अचल संपत्ति 1.65 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। ताजा वार्षिक घोषणा के मुताबिक, बीते वर्ष की तुलना में उनकी संपत्ति में करीब 68 हजार रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह जानकारी बिहार सरकार की वेबसाइट पर अपलोड किए गए मंत्रियों के संपत्ति विवरण से सामने आई है।
मुख्यमंत्री के पास सीमित नकदी और बैंक जमा हैं, जबकि उनकी संपत्ति का बड़ा हिस्सा अचल संपत्तियों के रूप में दर्ज है। नीतीश कुमार के नाम केवल एक आवासीय फ्लैट है, जो दिल्ली के द्वारका स्थित एक को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी में है। इसके अलावा उनके पास एक कार और पशुधन भी है, जिसे उन्होंने अपनी संपत्ति में शामिल किया है।
सरकार की ओर से यह व्यवस्था की गई है कि हर साल के अंत में मुख्यमंत्री समेत सभी कैबिनेट मंत्री अपनी संपत्ति और देनदारियों का खुलासा करेंगे। इस बार के खुलासे में यह भी सामने आया है कि राज्य सरकार के कई मंत्री संपत्ति के मामले में मुख्यमंत्री से आगे हैं।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास नकदी के साथ-साथ महंगी राइफल और करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति दर्ज की गई है। वहीं दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा की संपत्ति अपेक्षाकृत कम है, लेकिन उनके नाम पर भी अचल संपत्ति और हथियार दर्ज हैं।
इसके अलावा स्वास्थ्य, संसदीय कार्य, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, अल्पसंख्यक कल्याण और सामाजिक कल्याण जैसे अहम विभागों के मंत्रियों ने भी अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक किया है। इन घोषणाओं से यह साफ है कि बिहार कैबिनेट में आर्थिक रूप से मजबूत नेताओं की संख्या कम नहीं है।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, संपत्ति का यह सार्वजनिक खुलासा पारदर्शिता की दिशा में अहम कदम है। इससे न सिर्फ जनप्रतिनिधियों की आर्थिक स्थिति सामने आती है, बल्कि जनता के बीच भरोसा बढ़ाने में भी मदद मिलती है।