साल 2024 में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का सपना लेकर गुजरात का 22 वर्षीय नौजवान साहिल मोहम्मद हुसैन रूस गया था लेकिन किस्मत ने ऐसा खेल रचा कि वह रूसी सेना में शामिल हो गया है। हाल ही में यूक्रेनी सेना द्वारा पकड़े जाने के बाद साहिल ने एक वीडियो संदेश साझा किया है। इसमें उन्होंने रूस में अपने भयानक अनुभव के बारे में बताया है। इसके साथ ही भारत सरकार से उन्हें जल्द से जल्द देश में वापस लाने का अनुरोध भी किया है।
साहिल रूस में पढ़ाई करने के साथ-साथ एक कूरियर कंपनी में पार्ट-टाइम काम भी करता था। साहिल ने एक वीडियो संदेश में कहा कि रूस की पुलिस ने उसे नशीले पदार्थों के झूठे केस में फंसाया दिया। इतना ही नहीं वहां की पुलिस ने उससे वादा किया था कि अगर वह रूस की सेना में शामिल हो जाता है तो उस पर से नशीले पदार्थ का केस हटा लिया जाएगा।
न ही उसे और जेल की सजा काटनी पड़ेगी। साहिल ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हाल ही में भारत गए थे। मैं भारत सरकार से अनुरोध करूंगा कि मेरी सुरक्षित वापसी के बारे में वह पुतिन से बात करें।
इसके बाद एक और वीडियो संदेश में साहिल ने कहा कि एक नकली नशीले पदार्थ के केस से बचने की अपनी मर्जी के खिलाफ उसने रूस के साथ एक सेना समझौते पर हस्ताक्षर किया। 15 दिनों के प्रशिक्षण के बाद रूसियों ने उसे फ्रंटलाइन पर भेज दिया। फ्रंटलाइन पर पहुंचने के बाद उसने पहले यूक्रेनी सेना के सामने सरेंडर कर दिया।
साहिल की इस हरकत के बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने उसका वीडियो रिकॉर्ड किया और गुजरात में उसकी मां को भेज दिया। साहिल के जरिए वे दुनिया को और खासकर भारतीयों को यह संदेश देना चाहते थे कि कैसे रूस में पढ़ने और काम करने आने वाले युवाओं को धोखा देकर युद्ध के रास्ते पर धकेला जा रहा है।
बेटे का वीडियो देखने के बाद साहिल की मां ने अपने बेटे को वापस भारत लाने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में पिटीशन दायर की है। केस की अगली सुनवाई फरवरी 2026 में होनी है। अपने वीडियो संदेश में साहिल ने कहा कि मैं 2024 में पढ़ाई करने के लिए रूस आया था। लेकिन वित्तीय और वीजा समस्याओं की वजह से मैं यहां कुछ रूसी लोगों से मिला।
लेकिन बाद में मुझे पता चला कि वे नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल थे। मैंने कुछ नहीं किया। रूस में कम से कम 700 लोग नशीले पदार्थों के मामलों में जेल जा चुके हैं। लेकिन जेल प्रबंधन का कहना है कि अगर वे रूसी सेना में शामिल हो जाते हैं तो उन पर से नशीले पदार्थों के सारे केस हटा दिए जाएंगे।
वीडियो में साहिल ने कहता है, "मैं बहुत निराश हूं। मुझे नहीं पता कि क्या होगा। लेकिन रूस आने वाले युवाओं के लिए मेरा संदेश है कि सावधान रहें। यहां कई धोखेबाज हैं जो आपको नशीले पदार्थों के झूठे आरोपों में फंसा सकते हैं। मैं भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि कृपया मुझे यहां से वापस बुला लें।" साहिल का संदेश अब रूस जाने वाले हजारों भारतीयों के लिए चेतावनी बन गया है।