इस निर्णय के पीछे कोई जटिल समीकरण नहीं था। अहमदाबाद की पिच पर शुरुआत में तेज़ गेंदबाजों को मदद मिली, लेकिन विकेट पर जो दरार पड़ी, वह दूसरे दिन के अंत तक समझ में आ गई थी। कई बार भारतीय बल्लेबाजों को समस्याओं में डाल चुके थे कैरेबियाई स्पिनर। इसलिए तीसरे दिन की शुरुआत से ही स्पिनरों को उतारकर बाज़ी मारना ही भारत का लक्ष्य था और यही हुआ। 286 रन पीछे रहते हुए दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने के बाद लंच ब्रेक तक वेस्टइंडीज़ का स्कोर 66-5 था। इस बीच तीन विकेट लेकर रविंद्र जडेजा ने ध्यान आकर्षित किया।
दूसरे दिन के अंत तक भारत का स्कोर 5 विकेट पर 448 था। उसी स्कोर पर भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने अपनी इनिंग्स घोषित की। 176 गेंदों में 104 रन बनाकर जडेजा नाबाद रहे और तीसरे दिन की शुरुआत से ही शुभमन ने स्पिनरों पर हमला करने में देरी नहीं की।
सातवें ओवर में गेंद जडेजा के हाथों में दी जाती है। वैसे, दिन का पहला विकेट सिराज की गेंद पर आता है। पूल शॉट खेलने की कोशिश में टैजेनारायण चंद्रपाल (8) आउट हो जाते हैं। डाइव लगाकर शानदार कैच लेते हैं नीतीश कुमार रेड्डी। इसके बाद इनिंग में गिरावट लाने की जिम्मेदारी भारतीय स्पिनरों के कंधों पर आ जाती है।
11वें ओवर में कैरेबियन ओपनर जॉन कैम्पबेल को 14 रन पर जडेजा आउट करते हैं। 17वें ओवर में तीसरा विकेट आता है। केवल 5 रन बनाकर जडेजा की गेंद पर राहुल के हाथ में कैच देकर ब्रैंडन किंग ड्रेसिंग रूम लौटते हैं। अगले ओवर में चमकते हैं कुलदीप यादव। गेंद की लाइन समझने में गलती करने के कारण केवल 1 रन बनाकर क्लीन बोल्ड होते हैं वेस्ट इंडीज़ के कप्तान रोस्टन चेस।
21वें ओवर में जडेजा ने अपना तीसरा विकेट लिया। स्टार बल्लेबाज शाई होप 14 गेंदों पर 1 रन बनाकर आउट हो गए। लंच ब्रेक तक वेस्ट इंडीज़ का स्कोर 5 विकेट पर 66 है। पिच पर हैं जस्टिन ग्रीव्स और अलिक अठानाज़े।