हालांकि, दूसरे मैच में अद्भुत वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया A टीम ने श्रृंखला में समानता बहाल की। तिलक वर्मा के 94 रन की मेहनती पारी बेकार गई। पहले पारी में भारत ने 246 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की पारी की शुरुआत में ही बारिश ने बाधा डाली। इसके परिणामस्वरूप, DLS मेथड के तहत जीत के लिए अजिजों का लक्ष्य 25 ओवर में 160 रन तय किया गया। मात्र 1 विकेट खोकर उन्होंने यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
इस मैच में प्रियंशी अर्य ने नहीं खेला। उनके स्थान पर ओपनिंग करते हुए एशिया कप में शानदार फॉर्म में रहे अभिषेक शर्मा शून्य रन पर आउट हो गए। जल्दी ही प्रभसिमरण सिंह (1) और कप्तान श्रेयस अय्यर (8) लौट गए। इसके बाद 101 रन की साझेदारी की तिलक बर्मा और रयान पराग ने। हालांकि, सदरलैंड की गेंद पर रयान मर्फी के हाथों कैच देकर आउट हो गए। 54 गेंदों में 58 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।
अंत तक टिके रहने के बावजूद तिलक को बाकी खिलाड़ियों से ज्यादा मदद नहीं मिली। लोअर ऑर्डर में उतरकर हर्षित राणा (21) और रबी बिष्णोई (26) ने थोड़ी सहायता दी। 46वें ओवर की आखिरी गेंद पर तिलक जैक एडवर्ड्स की गेंद पर आउट हो गए। 122 गेंदों में 94 रनों की लड़ाकू पारी खेली। 56 रनों में 4 विकेट लेकर कप्तान जैक एडवर्ड्स ने ध्यान खींचा।
ऑस्ट्रेलिया के इनिंग्स की छठवीं ओवर में बारिश हो गई। खेल लगभग तीन घंटे के लिए रुका रहा। DLS पद्धति के अनुसार जीत के लिए अजिज़ों का लक्ष्य 25 ओवर में 160 रन था। वे आसानी से उस लक्ष्य तक पहुँच गए। ओपनिंग में उतरकर जैक फ्रेज़र-मैकगार्क ने 20 गेंदों में 36 रनों की धांसू पारी खेली।
बाकी काम मैकेंजी हार्वे और कूपर कोनॉली ने पूरा किया। मैकेंजी 49 गेंदों में 70 रन बनाकर नाबाद रहे। कोनॉली की बैट से 31 गेंदों में 50 रनों की नाबाद पारी आई।