हाल ही में खत्म हुए एशिया कप (Asia Cup) में भारत के हाथों कुल 3 बार पाकिस्तान की क्रिकेट टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा है। पहली बार ग्रुप स्टेज, उसके बाद सुपर फोर और आखिर में फाइनल में पाकिस्तान को हारना पड़ा है। युवा खिलाड़ियों को लेकर टीम बनाने, विदेशी कोच लाने, कप्तान बदलने जैसी रणनीतियां अपनाने के बावजूद पाकिस्तान को सफलता नहीं मिली।
दूसरी ओर PCB चेयरमैन से लेकर कप्तान तक सभी अपने प्रदर्शन को छिपाकर लगातार अन्य मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। अब पूर्व पाक तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने इस पूरे मामले पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को आड़े हाथों लिया है।
एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तानी टीम ने जिस गति से शुरुआत की थी, उससे समर्थकों को 200 रन बनने की उम्मीद थी। लेकिन एक के बाद एक विकेट गंवाकर पूरी टीम महज 146 रन पर सिमट गए। गेंदबाजी में पाकिस्तान ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन वे उसे बरकरार नहीं रख पाए। भारत ने 20 ओवर से पहले ही पांच विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। इस तरह एक बार फिर से साबित हुआ कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम दबाव में टूट गया।
टीम की हार के बाद शोएब अख्तर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, 'यह प्रबंधन की विफलता है। वे सही तरीके से सोच नहीं पा रहे हैं। मैं कहूंगा, यह बेवकूफी भरी कोचिंग है।' उनके कटाक्ष का निशाना पाकिस्तान क्रिकेट टीम के चयनकर्ता भी बने। अख्तर ने कहा, 'मैच जिताने वाले हसन अली और सलमान अली आगा को नहीं खिला रहे हैं। हम इस फैसले से निराश हैं। सुपर संडे पर पूरे देश ने टीम के मिडिल ऑर्डर की विफलता देखी।'
कोच और कप्तान के बारे में अख्तर ने कहा कि हमारे मिडिल ऑर्डर में समस्या है। अगर शीर्ष तीन बल्लेबाज रन नहीं बनाते तो टीम ढह जाती है। और कप्तान और कोच मोहम्मद नवाज से उम्मीदें लगा रहे हैं। शाहीन अफरीदी और फहीम अशरफ को बल्ला पकड़ना पड़ रहा है, यही सवाल है। लोअर ऑर्डर से रनों की उम्मीद करोगे तो यही होगा।
सलमान अली आगा की कप्तानी भी सवालों के घेरे में है। खासकर फाइनल मैच में उन्होंने जिस तरह से गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, उस पर सवाल उठ रहे हैं। अख्तर ने कहा, 'कप्तानी पर भी सवाल हैं। जहां बल्लेबाज स्पिनरों को नहीं खेल पा रहे थे, वहां हारिस रऊफ को गेंदबाजी के लिए लाने की कोई जरूरत नहीं थी। एक ओवर में हारिस रऊफ ने 17 रन दिए। हमारी हार के कई कारण हैं, लेकिन उनके लिए यह सब कोई समस्या ही नहीं है।'
शोएब अख्तर ने इससे पहले बताया था कि वे पाकिस्तान टीम की कोचिंग करने के लिए तैयार हैं। लेकिन वह जो चाहते हैं, वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड नहीं करने देगा।