त्योहारी सीजन में जीएसटी कटौती से खरीदारी में उछाल, बैंक लोन की मांग में तेज़ वृद्धि

By अंशुमान गोस्वामी, Posted by डॉ.अभिज्ञात

Nov 02, 2025 19:15 IST

मुंबईः त्योहारी सीजन से पहले कई उत्पादों पर जीएसटी (GST) दरों में कमी का सकारात्मक असर देशभर में देखने को मिल रहा है। इस कटौती के चलते उपभोक्ताओं की खरीदारी बढ़ी है और इसके परिणामस्वरूप बैंकों से लिए जाने वाले लोन की मात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।

मुख्यतः वाहन, कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स और पर्सनल लोन की मांग में तेजी आई है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 5 सितंबर से 17 अक्टूबर 2025 के बीच बैंक लोन की कुल राशि में 4.1 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। पिछले वर्ष लोन की कुल राशि 188 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 192.192 लाख करोड़ रुपये हो गई है।

विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी में कमी से उत्पादों की कीमतें घटी हैं, वहीं बैंकों ने त्योहारी सीजन को देखते हुए आकर्षक ऑफ़र भी दिए हैं, जिससे उपभोक्ताओं की खरीदारी और लोन की मांग दोनों बढ़ी हैं।

कनारा बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के. सत्यनारायण राजू ने कहा कि 22 सितंबर से लागू नेक्स्ट-जेन जीएसटी के तहत 5% और 18% की दरों पर कर लगाया जा रहा है। इससे घरेलू मांग में जबरदस्त वृद्धि हुई है। सितंबर के अंतिम सप्ताह में वाहन लोन में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई। जुलाई से सितंबर के बीच हमारे बैंक के वाहन लोन में 25% की वृद्धि दर्ज की गई।

वाहन लोन के साथ-साथ माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइज सेक्टर में भी लोन की मांग बढ़ी है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में इस क्षेत्र के लोन में 12.7% की वृद्धि हुई। राजू ने कहा कि बढ़ती मांग के कारण उत्पादन में तेजी आई है, जिससे एमएसएमई सेक्टर की फंडिंग ज़रूरतें भी बढ़ी हैं।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा था कि पिछले वर्ष देश की जीडीपी 335 लाख करोड़ रुपये थी, जिसमें 202 लाख करोड़ उपभोग और 98 लाख करोड़ निवेश से आए थे। इस वर्ष उपभोग में लगभग 10% की वृद्धि की संभावना है, जिससे जीडीपी में भी वृद्धि होगी।

वित्त विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस लोन वृद्धि के चलते चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में बैंकों की आय और शेयर प्रदर्शन दोनों में सुधार देखने को मिल सकता है।

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