नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक है निफ्टी50। यह देश के शेयर बाजार का एक महत्वपूर्ण इंडेक्स है। 2026 के अंत तक यह बेंचमार्क इंडेक्स किस स्तर पर पहुंच सकता है, इस पर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट जारी की है। इसके साथ ही भारत के स्टॉक मार्केट को लेकर रेटिंग में भी बदलाव किया गया है।
भारत के शेयर बाजार की रेटिंग बढ़ाई गई
भारत के स्टॉक मार्केट की रेटिंग को ‘न्यूट्रल’ से बढ़ाकर ‘ओवरवेट’ कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि भारत के शेयर बाजार में अर्निंग मोमेंटम मजबूत हो रहा है। इसके अलावा नीति निर्धारण से संबंधित फैसले विकास के रास्ते को और चौड़ा कर रहे हैं। इसी कारण कंपनी ने शेयर बाजार की रेटिंग को बढ़ाया है।
इस बारे में संस्था ने कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कमी, बैंकों का डिरेगुलेशन, जीएसटी दरों में कटौती और बाजार में लिक्विडिटी बढ़ाने जैसे कदमों ने मार्केट ग्रोथ का रास्ता खोला है। इसके साथ ही जुलाई से सितंबर तिमाही में भारतीय कंपनियों की अर्निंग उम्मीद से बेहतर रही है, ऐसा गोल्डमैन सैक्स का कहना है। इन सभी कारणों की वजह से रेटिंग को बढ़ाया गया है।
2026 तक निफ्टी 50 पहुंच सकता है 29,000 अंकों पर
भारत के स्टॉक मार्केट की यह बढ़त निफ्टी50 को नए उच्च स्तर पर पहुंचा सकती है, ऐसा मानता है गोल्डमैन सैक्स। 2026 के अंत तक यह सूचकांक 29,000 अंकों तक पहुंच सकता है, ऐसा अनुमान लगाया गया है। यानि कि वर्तमान स्तर से करीब 14% की बढ़त संभव है। इस साल की शुरुआत से अब तक निफ्टी50 में लगभग 8.5% की वृद्धि हुई है। हालांकि, पिछले साल सितंबर में निफ्टी50 जिस स्तर पर था, अब वह उससे थोड़ा नीचे है।
(समाचार एई समय कहीं भी निवेश की सलाह नहीं देता है। शेयर बाजार या किसी भी क्षेत्र में निवेश जोखिमपूर्ण है। निवेश करने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें और विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। यह खबर केवल शैक्षणिक और जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित की गई है।)