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सुबह से झटका, ट्रेडिंग सेशन के पहले आधे घंटे में साफ 2 लाख करोड़ रुपये

निफ्टी 26,000 के नीचे, सेंसेक्स भी 85,000 के नीचे फिसला

By अभिरुप दत्त, Posted by: रजनीश प्रसाद

Dec 16, 2025 12:32 IST

मुंबईः भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर गिरावट देखने को मिली है। सुबह से ही सेंसेक्स और निफ्टी लगातार दबाव में नजर आए। 16 दिसंबर, मंगलवार को शुरुआती कारोबार (अर्ली मॉर्निंग ट्रेड) से ही बाजार पर दबाव बना रहा। सुबह 10:57 बजे निफ्टी 124 अंक गिरकर करीब 25,903 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं उसी समय सेंसेक्स 442 अंक टूटकर लगभग 84,772 के आसपास कारोबार कर रहा था। बैंक निफ्टी में भी जोरदार गिरावट दर्ज की गई और यह 342 अंक फिसल गया। यानी मंगलवार को एक बार फिर निफ्टी 26,000 के नीचे और सेंसेक्स 85,000 के नीचे आ गया।

इस दिन मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में भी दबाव देखने को मिला। निफ्टी मिडकैप करीब 1 प्रतिशत तक गिर गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रेडिंग सेशन के पहले आधे घंटे में ही निवेशकों के करीब 2 लाख करोड़ रुपये बाजार से साफ हो गए। मंगलवार सुबह 9:45 बजे बीएसई का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 469 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले सत्र में 471 लाख करोड़ रुपये था।

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की वजह क्या है?

विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार की इस उथल-पुथल के पीछे एक साथ कई कारण काम कर रहे हैं।

FII की बिकवाली:

इस साल भारतीय बाजार से विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी देखने को मिली है। जुलाई से ही एफआईआई बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। सिर्फ दिसंबर महीने में अब तक करीब 21,000 करोड़ रुपये की विदेशी पूंजी भारतीय शेयर बाजार से निकल चुकी है। जुलाई से अब तक कुल आंकड़ा करीब 1.70 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

वैश्विक बाजारों में गिरावट:

एशियाई बाजारों में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। जापान का निक्केई, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंग सेंग करीब 2-2 प्रतिशत टूट गए। इससे पहले अमेरिकी बाजार में नैस्डैक करीब 0.61 प्रतिशत गिरा था। अमेरिका में टेक कंपनियों के शेयरों में गिरावट का असर अन्य बाजारों पर भी पड़ा। विशेषज्ञों के मुताबिक, जॉब डेटा और बैंक ऑफ इंग्लैंड तथा बैंक ऑफ जापान की नीतिगत फैसलों को लेकर अनिश्चितता के कारण निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।

डॉलर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट:

डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल एक डॉलर के मुकाबले रुपया करीब 91 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि व्यापार घाटा और विदेशी निवेश की निकासी के कारण रुपये पर दबाव बना हुआ है। इसी वजह से इस साल रुपये में तेज गिरावट आई है, जिसका असर शेयर बाजार पर भी पड़ा है।

सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल:

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने बताया कि निफ्टी के लिए 26,060 का स्तर एक मजबूत रेजिस्टेंस है। कई बार देखा गया है कि निफ्टी इस स्तर को पार नहीं कर पा रहा है। यदि निफ्टी इस स्तर के ऊपर निकलता है, तो यह नए उच्च स्तर की ओर बढ़ सकता है। उनके मुताबिक, ट्रेडर्स को 25,900 और 25,800 के स्तर को की-सपोर्ट ज़ोन के रूप में देखना चाहिए। इन स्तरों के ऊपर बाजार के टिके रहने पर सकारात्मक सेंटीमेंट माना जा सकता है।

(समाचार एई समय किसी भी प्रकार के निवेश की सलाह नहीं देता। शेयर बाजार या किसी भी तरह का निवेश जोखिम के अधीन होता है। निवेश से पहले उचित अध्ययन और विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है। यह खबर केवल शैक्षणिक और जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित की गई है।)

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