सप्ताह के पहले ट्रेडिंग सेशन में देश के शेयर बाजार में काफी गिरावट देखी गयी। पिछले सप्ताह के अंतिम ट्रेडिंग सेशन में भी दोनों बेंचमार्क इंडेक्स के अंक घटे थे। इस तरह लगातार दो सेशन में सेंसेक्स और निफ्टी50 के अंक कम हुए।
सोमवार को सेंसेक्स 0.56 प्रतिशत या 466 अंक गिरा। इसके परिणामस्वरूप बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक 82,160 अंक पर रहा। निफ्टी50 0.49 प्रतिशत या 125 अंक गिरा। इसके परिणामस्वरूप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक 25,202 अंक पर रहा।
सेंसेक्स और निफ्टी50 के साथ-साथ स्मॉल कैप और मिड कैप इंडेक्स के अंक भी घटे हैं। निफ्टी में स्मॉल कैप इंडेक्स 1.17 प्रतिशत और मिड कैप इंडेक्स 0.67 प्रतिशत गिरा है। इसके साथ ही अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट आई है। निफ्टी में एनर्जी, कमोडिटीज, मीडिया, मेटल, इंडिया कंज्यूमर को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स के अंक घटे हैं। इनमें से सबसे ज्यादा निफ्टी आईटी के अंक (2.95%) गिरे हैं। निफ्टी फार्मा (1.41%) और निफ्टी इंडिया डिफेंस (0.90%) सेक्टोरल इंडेक्स में बड़ी गिरावट आई है। निफ्टी में रियल्टी, ऑटो, बैंक, एमएनसी, एफएमसीजी जैसे कई सेक्टोरल इंडेक्स के अंक 0.20 से 0.50 प्रतिशत के बीच गिरे हैं।
निफ्टी50 में सूचीबद्ध कंपनियों में सबसे ज्यादा टेक महिंद्रा के अंक (3%) गिरे हैं। टीसीएस, विप्रो, एचसीएल, टाटा मोटर्स और ट्रेंट के शेयर की कीमत भी 1.5 से 2 प्रतिशत के बीच गिरी है।
दूसरी ओर गिरावट के माहौल में भी निफ्टी50 में सबसे ज्यादा अदानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक की कीमत (3.98%) बढ़ी है। इसके साथ ही एटरनल, बजाज फाइनेंस, अदानी पोर्ट्स और अल्ट्राटेक सीमेंट के स्टॉक की कीमत भी बढ़ी है।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आईटी और फार्मा स्टॉक की गिरावट के कारण ही सोमवार सुबह से बाजार में डाउन ट्रेंड बना रहा। ट्रम्प प्रशासन ने एच-1बी वीजा की फीस बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दी है। इस झटके से देश की कई आईटी कंपनियों के शेयर की कीमत में बड़ी गिरावट आई है। इसके परिणामस्वरूप पिछले क्लोजिंग से कम अंकों पर सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी50 की शुरुआत हुई। दिन बढ़ने के साथ दोनों बेंचमार्क इंडेक्स में कुछ सुधार हुआ था। लेकिन अंतिम समय में बिकवाली के दबाव के कारण निफ्टी50 और सेंसेक्स फिर से गिर गए।
( समाचार एई समय कहीं भी निवेश के लिए सलाह नहीं देता है। शेयर बाजार या किसी भी क्षेत्र में निवेश जोखिम भरा होता है। इसलिए पहले अच्छी तरह से पढ़ाई और विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है। यह खबर शिक्षा संबंधी और जागरूकता के लिए प्रकाशित की गई है।)