दिवाली सिर्फ रोशनी और मिठाइयों का त्योहार नहीं है, बल्कि निवेशकों के लिए भी यह एक खास अवसर होता है। हर साल की तरह इस साल भी भारतीय शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन होगा — एक ऐसा ट्रेडिंग सेशन जो परंपरा, आस्था और संभावित मुनाफे का संगम है।
इस साल कब और कितने बजे होगी मुहूर्त ट्रेडिंग?
दिवाली के दिन सामान्य तौर पर भारतीय शेयर बाजार बंद रहते हैं, लेकिन एक घंटे के लिए विशेष रूप से बाजार खोला जाता है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है।
इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन 21 अक्टूबर को किया जाएगा।
समय: दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक
बाजार: BSE और NSE दोनों
आमतौर पर यह सेशन शाम को होता है, लेकिन इस बार इसके समय में बदलाव किया गया है, जिससे निवेशकों में थोड़ी असमंजस की स्थिति बनी। अब यह स्पष्ट हो चुका है कि दोपहर में ट्रेडिंग होगी।
बाजार रहेगा चार दिन बंद, पर निवेशकों को मिलेगा 'मुहूर्त'
इस बार दिवाली सीजन में शेयर बाजार लगातार चार दिन बंद रहेंगे:
19 अक्टूबर (रविवार): धनतेरस
20 अक्टूबर: साप्ताहिक अवकाश
21 अक्टूबर: दिवाली (लक्ष्मी पूजन)
22 अक्टूबर: बली प्रतिपदा
हालांकि इन छुट्टियों के बीच 21 अक्टूबर को एक घंटे के लिए बाजार खुलेगा, और निवेशकों को ट्रेडिंग का खास मौका मिलेगा।
किन शेयरों से 'जगमग' होगा पोर्टफोलियो?
विशेषज्ञों के अनुसार, मुहूर्त ट्रेडिंग में ब्लूचिप और डिफेंसिव स्टॉक्स में निवेश करना शुभ माना जाता है। इस बार भी कुछ प्रमुख शेयरों पर निवेशकों की नज़र रहेगी:
रिलायंस इंडस्ट्रीज – मजबूत फंडामेंटल और ग्रोथ पोटेंशियल
एचडीएफसी बैंक – कंसिस्टेंट परफॉर्मेंस
टीसीएस, इंफोसिस – आईटी सेक्टर में स्थिर रिटर्न की उम्मीद
टाटा मोटर्स, मारुति – ऑटो सेक्टर की फेस्टिव सेल्स से उम्मीद
हिंदुस्तान यूनिलीवर, डाबर – एफएमसीजी में डिमांड बढ़ने की संभावना
इसके अलावा, मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में भी अच्छे मौकों की तलाश की जा रही है।
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग की मान्यता?
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा हिंदू पंचांग के अनुसार नए संवत (वर्ष) की शुरुआत के रूप में मनाई जाती है। इसे निवेश की शुभ शुरुआत माना जाता है। लोग मानते हैं कि इस दिन किया गया निवेश पूरे साल सौभाग्य और लाभ लेकर आता है। इसलिए कई निवेशक इस दिन प्रतीकात्मक रूप से कुछ शेयर खरीदते हैं – इसे 'शगुन' माना जाता है।
बीते वर्ष कैसा रहा शेयर बाजार के लिए?
संवत 2081 के दौरान भारतीय शेयर बाजारों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा।
निफ्टी मार्च 2025 में 21,750 तक गिरा
सेंसेक्स 71,500 के स्तर तक नीचे गया
दोनों प्रमुख इंडेक्स ने लगभग 1.5% की गिरावट दर्ज की
इस गिरावट के पीछे कई कारण रहे, जैसे – कंपनियों की कमजोर कमाई, वैश्विक अनिश्चितता, जियोपॉलिटिकल तनाव और घरेलू आर्थिक चुनौतियां।
अब बदल रही हैं स्थितियाँ: बाजार में दिख रहा है सुधार
आर्थिक संकेतक बता रहे हैं कि संवत 2082 निवेशकों के लिए बेहतर हो सकता है।
सरकार और RBI की ग्रोथ-फ्रेंडली नीतियाँ
टैक्स में छूट और बजट प्रोत्साहन
सामान्य मानसून और ग्रामीण आय में सुधार
त्योहारी मांग और कंजम्प्शन में तेजी
ये सभी फैक्टर बाजार को मजबूती देने में सहायक हो सकते हैं।
शुभ मुहूर्त में करें समझदारी से निवेश
मुहूर्त ट्रेडिंग न सिर्फ परंपरा का हिस्सा है, बल्कि यह एक अच्छा मौका है साल की सकारात्मक शुरुआत करने का। हालांकि, निवेश से पहले रिसर्च ज़रूरी है। भावनाओं के साथ-साथ फंडामेंटल और वैल्यूएशन को भी ध्यान में रखना चाहिए। इस दिवाली, समझदारी से निवेश करें और अपने पोर्टफोलियो को रोशनी से भरें।