कई उतार-चढ़ाव भरी परिस्थितियों के बाद मंगलवार को अंत में भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। इस दिन सेंसेक्स लगभग 58 अंक गिरकर 81,102 पर बंद हुआ। निफ्टी लगभग 33 अंक गिरकर 25,170 पर बंद हुआ। हालांकि मिडकैप इंडेक्स और आईटी सेक्टर में दबाव देखा गया। बैंक निफ्टी 225 अंक बढ़कर 55,500 को पार कर गया।
इस दिन सूचकांक में व्यापक उतार-चढ़ाव देखा गया। सुबह से सूचकांक गिर रहा था, बाद में तेजी देखी गई। इस दिन सेंसेक्स ने अधिकतम 82,370 अंक का स्तर छुआ, न्यूनतम 81,776 अंक रहा। सेंसेक्स में लगभग 600 अंकों का उतार-चढ़ाव हुआ।
उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्र में इस दिन बिकवाली का दबाव देखा गया। Trent, HUL, Nestle के शेयर गिरे। बीमा क्षेत्र में मिश्रित प्रतिक्रिया देखी गई। SBI Life और HDFC Life के स्टॉक की कीमत गिरने के बावजूद, Max Financial बढ़ा। JSW Steel, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस के स्टॉक में तेजी देखी गई।
किसके दम पर घूमा शेयर बाजार ?
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के गवर्नर स्टीफन मीरान की टिप्पणी का प्रभाव विश्व बाजार पर पड़ा। उन्होंने बताया कि टेलर रूल पद्धति के आधार पर विचार करें तो वर्तमान फेड फंड्स रेट जो 4-4.25 प्रतिशत है, वह आवश्यकता से अधिक है। उनके अनुसार यह दर 2 से 2.5 प्रतिशत के बीच होनी चाहिए।
एशिया के शेयर बाजार ने अच्छा प्रदर्शन किया। दक्षिण कोरिया के बाजार में तेजी देखी गई।
बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में तेजी देखी गई। विभिन्न बैंकिंग और ऑटो स्टॉक में खरीदारी देखी गई। निफ्टी ऑटो इस दिन लगभग डेढ़ प्रतिशत बढ़ा। मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, महिंद्रा जैसी कंपनियों के शेयरों की कीमत बढ़ी।
(समाचार एई समय कहीं भी निवेश के लिए सलाह नहीं देता है। शेयर बाजार या किसी भी क्षेत्र में निवेश जोखिम भरा होता है। इससे पहले सही तरह से अध्ययन और विशेषज्ञ की सलाह लेना वांछनीय है। यह खबर शिक्षा संबंधी और जागरूकता के लिए प्रकाशित की गई है।)