दलाल स्ट्रीट पर तीन महीनों में सबसे ज्यादा साप्ताहिक बढ़त, सेंसेक्स 328 अंक चढ़ा

चालू सप्ताह के सभी चार कारोबारी सत्रों में दो बेंचमार्क सूचकांकों में बढ़त दर्ज की गई।

By Anshuman Goswami, Posted by: Shweta Singh

Oct 10, 2025 17:57 IST

देश के शेयर बाजार में सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में बढ़त देखी गई। इसके चलते दोनों बेंचमार्क सूचकांकों में लगातार दो कारोबारी सत्रों और चालू सप्ताह के सभी चार कारोबारी सत्रों में अंकों की बढ़त दर्ज की गई। साप्ताहिक प्रदर्शन के लिहाज से सेंसेक्स और निफ्टी 50 में पिछले तीन महीनों में इस सप्ताह सबसे ज्यादा तेजी दर्ज की गई। इसके साथ ही दलाल स्ट्रीट लगातार दो सप्ताह तक सकारात्मक रहा।

शुक्रवार को सेंसेक्स में 0.40 प्रतिशत या 328 अंकों की और निफ्टी 50 में 0.41 प्रतिशत या 103 अंकों की बढ़त दर्ज की गई। इसके चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 82,500 अंकों पर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 25,285 अंकों पर है। इस बढ़त के चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 2 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 462 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

सेंसेक्स और निफ्टी 50 के साथ-साथ दोनों स्टॉक एक्सचेंजों पर मिडकैप और स्मॉल कैप शेयरों में भी तेजी देखी गई। बीएसई पर शुक्रवार को मिडकैप इंडेक्स में 0.36 प्रतिशत और स्मॉलकैप में 0.59 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।

इसके साथ ही इस सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में अधिकांश क्षेत्रीय सूचकांकों में भी तेजी दर्ज की गई। निफ्टी आईटी (0.05%), निफ्टी ऑयल एंड गैस (0.09%), निफ्टी इंडिया डिफेंस (0.18%) और निफ्टी मेटल (0.91%) क्षेत्रीय सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई, अन्य सभी क्षेत्रीय सूचकांकों में भी बढ़त दर्ज की गई। इनमें से निफ्टी रियल्टी और निफ्टी पीएसयू बैंक में 1.67 प्रतिशत की वृद्धि हुई। निफ्टी फार्मा (1.29%), निफ्टी कैपिटल मार्केट (1.23%) जैसे क्षेत्रीय सूचकांकों में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।

निफ्टी 50 इंडेक्स के 50 शेयरों में से 35 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। इनमें सिप्ला, एसबीआई, मारुति सुजुकी इंडिया के शेयर सबसे ज्यादा चढ़े। टाटा स्टील, टीसीएस और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के शेयर सबसे ज़्यादा गिरे।

शेयर बाजार में तेजी क्यों है?

बाजार विशेषज्ञों ने शेयर बाजार में इस तेजी के कई कारण बताए हैं। इनमें से एक भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर चल रही उलझनों के खत्म होने का संकेत है। इसी दिन ट्रंप और मोदी के बीच फोन पर बातचीत भी हुई थी। इसी हफ्ते केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने जोरदार अंदाज में कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच नवंबर तक व्यापार समझौता हो सकता है। इन सभी अपडेट्स ने शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बनाने में मदद की है। इसके अलावा 7 अक्टूबर से भारतीय बाजार में विदेशी निवेश की वापसी हुई है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि विदेशी निवेश ने भी बाजार के सेंटिमेंट को बेहतर बनाया है।

(समाचार एई समय कहीं भी निवेश संबंधी सलाह नहीं देती है। शेयर बाजार या किसी अन्य क्षेत्र में निवेश करना जोखिम भरा है। ऐसा करने से पहले ठीक से अध्ययन करने और विशेषज्ञ की सलाह लेने की सलाह दी जाती है। यह समाचार शैक्षिक और जागरूकता उद्देश्यों के लिए प्रकाशित किया गया है।)

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