समाचार एई समयः चालू वर्ष में सिल्वर ETF में निवेश पर 100 प्रतिशत से अधिक रिटर्न मिला है। इसने अब तक का सर्वकालिक रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले सिल्वर ऐसा रिटर्न नहीं दे पाया था। नया वर्ष आने वाला है। निवेशकों के मन में अब सवाल है, क्या फिलहाल प्रॉफिट बुकिंग करके लाभ कमाना चाहिए? या फिर बाजार की गति को देखकर इस लाभ को कुछ दिनों और रोककर इसे और बढ़ने देने का निर्णय लेना ही सही होगा।
विशेषज्ञों का दावा है की इसी तरह का अनुमान सोने पर भी लागू होता है उनके अनुसार चालू कैलेंडर वर्ष की शुरुआत में जिन्होंने सोने को निवेश उपकरण के रूप में चुना था उनका रिटर्न पहले ही 73 प्रतिशत तक पहुंच गया है। हालांकि अगले वर्ष इतना रिटर्न न मिलने की आशंका विशेषज्ञों ने जताई है। उनका कहना है कि अगर वैश्विक बाजार में अनिश्चितता कम हुई तो सोने की खरीद की प्रवृत्ति भी घट सकती है। इसलिए वे पहले से ही सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
चांदी के मामले में विशेषज्ञों का कहना है कि इस वर्ष 110–130 प्रतिशत का रिटर्न किसी पूर्वानुमान पर आधारित नहीं था बल्कि इस वर्ष चांदी की मांग लगातार बढ़ी। इसके परिणामस्वरूप चांदी की कीमत भी बढ़ गई। चिकित्सा, सौर ऊर्जा पैनल, इलेक्ट्रिक वाहन सहित विभिन्न उद्योगों में जिन उपकरणों की आवश्यकता होती है उनके निर्माण में चांदी एक प्रमुख सामग्री है। इन उद्योगों में चांदी की आवश्यकता को पूरा न कर पाने के कारण मांग लगातार बढ़ी है। इसके चलते चांदी उत्पादन से जुड़े कई संगठनों को आपूर्ति की कमी को पूरा करने में कठिनाई हो रही है। इसके परिणामस्वरूप चांदी की कीमत लगातार बढ़ती रही।
हालांंकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस धातु की कीमत में उछाल अगले वर्ष नहीं देखने को मिल सकता। उनके अनुसार चांदी की कीमत पहले ही बहुत बढ़ चुकी है जिससे विभिन्न उत्पादों के उपकरणों के निर्माण में उच्च कीमतों के कारण मांग कम हो सकती है। इससे चांदी की मांग में गिरावट आ सकती है।
ऐसी स्थिति में विशेषज्ञों के एक हिस्से का सुझाव है कि सिल्वर ETF खरीदने से पहले सावधानी बरतें। उनके अनुसार बाजार में चांदी के वास्तविक मांग को समझकर ही निवेश का निर्णय लेना चाहिए। साथ ही जो लोग पहले ही मोटा मुनाफा कमा चुके हैं और सोच रहे हैं कि प्रॉफिट बुकिंग करें या नहीं, उनके लिए विशेषज्ञों ने आंशिक प्रॉफिट बुकिंग करने की सलाह दी है। शेष हिस्से को बेचने का निर्णय चांदी के बाजार में उतार-चढ़ाव को देखकर लेने की सलाह दी गई है।